U19 WC Final: एक और वर्ल्ड कप में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा है, जिससे भारतीय अंडर-19 टीम को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. फाइनल में 254 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम पूरे ओवर नहीं खेल सकी और 174 रनों पर सिमट गई. इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने चौथी बार खिताब पर कब्जा जमा लिया. वहीं भारत की हार के पीछे कारणों पर मंथन भी शुरू हो गया.
1. टीम चयन पर सबसे बड़ा सवाल
इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच ये मुकाबला साउथ अफ्रीका के बेनोनी मैदान पर खेला गया. ये मैच एक नई पिच पर खेला गया था, जो तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल थी. लेकिन टीम मैनेजमेंट ने शायद परिस्थितियों को समझने में थोड़ी सी भूल कर दी और केवल दो ही तेज गेंदबाज खिलाए. वहीं दूसरी और ऑस्ट्रेलिया के पास चार तेज गेंदबाजी के विकल्प मौजूद थे और अंत में ये तेज गेंदबाज ही ऑस्ट्रेलिया की जीत की मुख्य वजह बने.
2. स्पिन गेंदबाजी रही बेअसर
राज लिंबानी के अलावा कोई भी गेंदबाज ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाया. भारत के पास स्पिन गेंदबाजी के चार विकल्प मौजूद थे. लेकिन ये चारों स्पिनर 31 ओवर में कुल 2 ही विकेट चटका पाए.
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3. भारतीय मध्यक्रम रहा बेअसर
इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान उदय सहारन, भारतीय मध्यक्रम की रीढ़ सचिन धास और मुशीर खान फाइनल में बुरी तरह से फ्लॉप रहे. उदय सहारन (8), मुशीर खान (22), और सचिन धस (9) सस्ते में आउट हो गए, जिसकी वजह से भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के 254 रन जैसे पहाड़ से लक्ष्य के आस-पास भी नही पहुंच पाई.
4. आदर्श सिंह का खराब अप्रोच
आदर्श सिंह भारत के लिए बतौर ओपनर मैदान पर उतरे थे, लेकिन उनकी बल्लेबाजी भारतीय टीम को और मुश्किलों में डालती रही. आदर्श सिंह ने 77 गेंदों में 61 के स्ट्राइक रेट से 47 रन बनाए. आदर्श सिंह की डिफेंसिंव अप्रोच ने भारत की मुश्किलों को कम करने की बजाय बढ़ाने का काम किया.
5. मनोवैज्ञानिक रूप से कमजोर नजर आई टीम इंडिया
चाहे भारत की सीनियर टीम हो या जूनियर टीम, जब भी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ कोई बड़ा मुकाबला खेलती है तो वो कहीं ना कोई प्लानिंग और मनोवैज्ञानिक दबाव में दिखाई पड़ती है. इस वर्ल्ड कप में भी हार के पीछे ये एक बड़ी वजह रही.