Vinesh Phogat: विनेश फोगाट इन दिनों हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में व्यस्त हैं. पहलवानी से संन्यास लेने के बाद उन्होंने राजनीति की ओर कदम बढ़ाते हुए कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा और जुलाना से वह इलेक्शन लड़ रही हैं. इसी बीच विनेश फोगाट को राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (NADA) की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया है.
क्यों जारी हुआ नोटिस?
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद पहलवानी से संन्यास की घोषणा कर दी थी, पर फिर भी डोप टेस्ट के लिए नोटिस क्यों मिला? दरअसल, नाडा के नियमों के तहत जो भी खिलाड़ी रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल (RTP) का हिस्सा होते हैं, उन्हें डोपिंग टेस्ट के लिए अपनी उपस्थिति का विवरण देना होता है. विनेश भी इस रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल का हिस्सा हैं, इसलिए उन्हें डोप टेस्ट के लिए अपनी उपस्थिति का पूरा ब्योरा देना आवश्यक था.
नाडा का नोटिस
नाडा ने 25 सितंबर 2024 को विनेश फोगाट को औपचारिक नोटिस जारी करते हुए कहा कि आपको डोपिंग नियमों के तहत स्थल की जानकारी से जुड़ी जरूरतों का पालन करने में विफलता के बारे में सूचित करने के लिए एक नोटिस दिया जाता है. अंतिम निर्णय लेने से पहले आपको इस पर अपनी सफाई देने के लिए बुलाया जा रहा है. नाडा ने विनेश से 14 दिनों के भीतर इस नोटिस का जवाब देने को कहा है.
विनेश की चुनावी तैयारी
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद से विनेश चुनाव प्रचार और तैयारी में लगी हुई हैं. हालांकि, डोपिंग टेस्ट के मामले में जारी हुए इस नोटिस ने उनके चुनावी अभियान पर हल्का-सा ब्रेक लगा दिया है. अब देखना होगा कि विनेश इस मामले पर क्या जवाब देती हैं और नाडा का अंतिम निर्णय क्या होता है.
क्या है डोप टेस्टिंग प्रक्रिया?
डोपिंग टेस्ट के नियमों के अनुसार, एथलीट्स को अपनी मौजूदगी की जानकारी एक निश्चित स्थान और समय के साथ नाडा को देनी होती है. यदि किसी एथलीट द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर जांच के लिए पहुंचे अधिकारी उन्हें वहां पर नहीं पाते हैं, तो इसे “ठिकाने की जानकारी देने में विफलता” के रूप में देखा जाता है. ऐसा ही एक मामला 9 सितंबर 2024 को सामने आया, जब डोप कंट्रोल अधिकारी विनेश फोगाट के सोनीपत के खरौदा गांव स्थित घर पर जांच के लिए पहुंचे, लेकिन वे वहां उपस्थित नहीं थीं. इसी मामले को लेकर अब विनेश को नोटिस जारी किया गया है.
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