Tech News: आज के डिजिटल समय में स्मार्टफोन (Smartphone) हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं. हम रोजाना कई ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन ऐप्स को इंस्टॉल करने का असली तरीका क्या होता है? एंड्रॉयड ऐप्स को इंस्टॉल करने के लिए APK फाइल का इस्तेमाल किया जाता है. अगर सावधानी न बरती जाए, तो यह फाइल आपके लिए खतरनाक भी हो सकती है.
APK फाइल क्या होती है?
APK (Android Application Package) एक फाइल फॉर्मेट है, जिसका यूज एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में ऐप्स को इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है. जब भी आप कोई ऐप Google Play Store से डाउनलोड करते हैं, तो ऑटोमैटिकली एक APK फाइल आपके डिवाइस पर इंस्टॉल हो जाती है. लेकिन कुछ मामलों में लोग कई ऐप्स को थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स से डाउनलोड और इंस्टॉल करते हैं, जिसे साइडलोडिंग भी कहा जाता है.
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APK फाइल के सोर्स क्या हैं?
- Google Play Store: यह एंड्रॉयड ऐप्स का सबसे सुरक्षित और आधिकारिक स्रोत है.
- थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स: कई वेबसाइट्स APK फाइल्स उपलब्ध कराती हैं, लेकिन इनमें से सभी सुरक्षित नहीं होतीं.
- अन्य ऐप स्टोर: जैसे Amazon Appstore, Samsung Galaxy Store, Huawei AppGallery etc.
APK फाइल से ठगी कैसे होती है?
सभी APK फाइल्स खतरनाक नहीं होती हैं. लेकिन अगर आप किसी अविश्वसनीय या अनाधिकृत सोर्स से APK डाउनलोड करते हैं, तो आपका फोन हैक हो सकता है या उसमें वायरस आ सकता है. साइबर अपराधी कई बार फेक और मैलवेयर से भरी APK फाइल्स बनाते हैं, जो आपका पर्सनल डाटा चुरा सकती हैं.
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APK फाइल से ठगी के आम तरीके
- मैलवेयर वाले APK: कुछ APK फाइल्स में वायरस, स्पाइवेयर, ट्रोजन या रैंसमवेयर छिपे हो सकते हैं. ये आपके डिवाइस पर गुप्त रूप से काम कर सकते हैं और आपकी निजी जानकारी, पासवर्ड और बैंकिंग डिटेल्स चुरा सकते हैं.
- डुप्लिकेट या नकली ऐप्स: साइबर अपराधी अक्सर लोकप्रिय ऐप्स (जैसे WhatsApp, Instagram, Facebook) की नकल करके नकली APK बनाते हैं. जब आप इन्हें इंस्टॉल करते हैं, तो ये आपके फोन से डेटा चुरा सकते हैं या विज्ञापनों से आपको गुमराह कर सकते हैं.
- बैकडोर एक्सेस: कुछ APK ऐप्स ऐसे होते हैं, जो आपके फोन में बिना आपकी जानकारी के एक्सेस ले लेते हैं. इससे आपका फोन रिमोटली कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे आपकी बैंकिंग और सोशल मीडिया डिटेल्स लीक हो सकती हैं.
- फिशिंग और विज्ञापन से ठगी: कुछ अविश्वसनीय APK फ़ाइलें आपको फर्जी वेबसाइटों या स्कैम लिंक पर भेज सकती हैं. ये वेबसाइट आपकी विभिन्न ऐप्स की लॉगिन डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड की जानकारी और संवेदनशील डाटा चुरा सकती हैं.
APK फाइल से ठगी से बचने के तरीके
अब सवाल उठता है कि अगर APK फाइल्स से ठगी का खतरा है, तो हमें क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं कुछ आसान सुरक्षा के उपाय, जो आपको ठगी से बचा सकते हैं.
- हमेशा आधिकारिक स्रोतों जैसे Google Play Store से ही ऐप डाउनलोड करें, क्योंकि यह सबसे सुरक्षित स्रोत है. अगर किसी वजह से आपको थर्ड-पार्टी वेबसाइट से APK डाउनलोड करनी पड़े, तो पहले उसकी सत्यता और विश्वसनीयता की जांच परख कर लें.
- इंस्टॉल करने से पहले APK फाइल स्कैन करना चाहिए. साथ ही कई ऑनलाइन टूल्स जैसे VirusTotal की मदद से आप ये पता लगा सकते हैं कि APK फाइल सुरक्षित है या नहीं?
- APK इंस्टॉल करते समय परमिशन को ध्यान से पढ़ें. जब भी आप कोई ऐप इंस्टॉल करें, तो उससे मांगी गई अनुमतियों (Permissions) को ध्यान से देखें. अगर कोई साधारण ऐप कैमरा, माइक्रोफोन, कॉन्टैक्ट्स, लोकेशन या SMS एक्सेस मांग रहा है, तो सावधान रहें.
- “Unknown Sources” इंस्टॉलेशन सेटिंग को बंद रखें. एंड्रॉयड डिवाइस में एक सेटिंग होती है “Unknown Sources”, जो थर्ड-पार्टी APK इंस्टॉलेशन की अनुमति देती है.इसे हमेशा बंद रखना चाहिए, जिससे कोई भी अनधिकृत ऐप बिना आपकी मर्जी के इंस्टॉल न हो सके.
- एक अच्छा एंटीवायरस ऐप जरूर इंस्टॉल करना चाहिए. अपने फोन को मैलवेयर और वायरस से बचाने के लिए McAfee, Norton, Bitdefender जैसे अच्छे एंटीवायरस ऐप्स का जरूर इस्तेमाल करें.
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APK फ़ाइलें एंड्रॉयड ऐप्स इंस्टॉल करने का एक जरिया होती हैं, लेकिन अगर आप अनाधिकृत और संदिग्ध वेबसाइटों से APK डाउनलोड करते हैं, तो आपका फोन खतरे में पड़ सकता है. साइबर अपराधी नकली APK बनाकर आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा सकते हैं, फोन हैक कर सकते हैं, या बैंकिंग फ्रॉड कर सकते हैं.
इसलिए, हमेशा आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें, किसी भी अनजान सोर्स से APK डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता जांचें. अपने फोन में एंटीवायरस इंस्टॉल करके जरूर रखें.
