Indian Railways: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. अब लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के नॉन-एसी यानी स्लीपर और सामान्य डिब्बों में भी लिक्विड सोप डिस्पेंसर लगाए जाएंगे. यह सुविधा अभी तक मुख्य रूप से एसी डिब्बों तक ही सीमित थी.
क्यों लिया गया यह फैसला?
यह रेलवे की ओर से अपनी यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने और सभी यात्रियों के लिए समान रूप से स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया कदम है. प्रतिदिन लाखों की संख्या में यात्री स्लीपर और सामान्य श्रेणी के डिब्बों में यात्रा करते हैं. ऐसे में, इन डिब्बों में स्वच्छता बनाए रखना और यात्रियों को हाथ धोने की सुविधा प्रदान करना जरूरी है
क्या होगा इसका प्रभाव?
लिक्विड सोप डिस्पेंसर से यात्री अपने हाथों को आसानी से साफ कर पाएंगे, जिससे यात्रा के दौरान स्वच्छता का स्तर बढ़ेगा. हाथों की नियमित सफाई से कीटाणुओं और बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी, जिससे यात्रियों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा. यह फैसला रेलवे की ओर से सभी यात्रियों को समान सुविधाएं प्रदान करने की पहल है.
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क्या होंगी चुनौतियां?
रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोनल रेलवे को निर्देश जारी कर दिए हैं. हालांकि, हर ट्रेन में यह सुविधा तत्काल उपलब्ध नहीं होगी. शुरुआत में यह उन ट्रेनों में लगाई जाएगी जहां ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस पहले से उपलब्ध है. इसके बाद, धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में भी इसे शुरु किया जाएगा.
इस सुविधा के सफल होने में कुछ चुनौतियां भी हो सकती हैं, जैसे डिस्पेंसर की रीफिलिंग, तोड़फोड़ से बचाव और रखरखाव. रेलवे को यह सुनिश्चित करना होगा कि ये डिस्पेंसर हमेशा करते रहें और उनमे शोप हो.
