फसल नहीं, अब आय में भी होगा इजाफा! जानिए क्या है प्रधानमंत्री धन धान्य योजना, जिससे किसानों को मिलेगा बड़ा सहारा

प्रधानमंत्री धन धान्य योजना के तहत, राज्य सरकारों के सहयोग से 100 जिलों को चुना जाएगा. इस योजना में उन जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां कृषि उत्पादकता को बढ़ाने की आवश्यकता है. योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीकों और बेहतर संसाधनों का इस्तेमाल करने में मदद करना है, ताकि उनकी फसलें ज्यादा उगाई जा सकें.
PM Dhan Dhan Yojana

पीएम मोदी

PM Dhan Dhan Yojana: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को अपना ऐतिहासिक बजट पेश किया, जिसमें किसानों के लिए एक नई और महत्वपूर्ण योजना का ऐलान किया गया है – प्रधानमंत्री धन धान्य योजना. इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना, उनकी आय बढ़ाना और कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देना है. आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं.

क्या है प्रधानमंत्री धन धान्य योजना?

प्रधानमंत्री धन धान्य योजना के तहत, राज्य सरकारों के सहयोग से 100 जिलों को चुना जाएगा. इस योजना में उन जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां कृषि उत्पादकता को बढ़ाने की आवश्यकता है. योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीकों और बेहतर संसाधनों का इस्तेमाल करने में मदद करना है, ताकि उनकी फसलें ज्यादा उगाई जा सकें. खासतौर पर इस योजना में महिलाएं, युवा किसान और भूमिहीन किसानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस योजना से करीब 1.7 करोड़ किसानों को फायदा होगा. इसके अंतर्गत कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ-साथ किसानों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी.

“बेहतरीन पहल, लेकिन कुछ सुधार की आवश्यकता”

बालाघाट जिले के किसानों से इस योजना पर प्रतिक्रिया ली गई, और उनकी राय में यह योजना किसानों के लिए एक शानदार पहल है. कई किसानों ने इस योजना को पिछले 10 वर्षों में आई अन्य योजनाओं से बेहतरीन बताया और कहा कि इससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी. खासतौर पर उन किसानों को जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, उनके लिए यह योजना एक संजीवनी साबित होगी.

लेकिन कुछ किसानों का कहना था कि इस योजना में केवल 100 जिलों को ही क्यों चुना गया है? उनका मानना है कि हर जिले को इस योजना में शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि कई जिलों में भी किसान पिछड़े हुए हैं और उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिए.

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स्थानीय समस्याओं पर ध्यान देना जरूरी

कुछ किसानों ने यह भी सुझाव दिया कि इस तरह की योजनाओं के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. उदाहरण के तौर पर, बालाघाट जिले में जहां धान की खेती प्रमुख है, किसानों ने मांग की कि धान की खरीदी प्रक्रिया को महाराष्ट्र की तरह दो बार किया जाए और उचित समर्थन मूल्य भी मिलना चाहिए. इसके अलावा, बीज, दवाई और उर्वरकों की कीमतों में कमी लाने की भी आवश्यकता जताई गई.

क्या बदलाव लाएगी यह योजना?

प्रधानमंत्री धन धान्य योजना से यह उम्मीद की जा रही है कि कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी, जिससे किसानों की आय में भी इजाफा होगा. खासकर छोटे और मध्यम किसानों के लिए यह योजना एक बड़ा सहारा साबित हो सकती है. इसके अलावा, कृषि क्षेत्र में नए तकनीकी उपायों को अपनाकर, पर्यावरणीय स्थिति और संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा. प्रधानमंत्री धन धान्य योजना किसानों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है, जो उनके जीवन स्तर को सुधारने और कृषि उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है. हालांकि, इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए हर जिले को इस योजना में शामिल किया जाना चाहिए और किसानों की स्थानीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए काम किया जाना चाहिए.

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