AI पर इस देश ने उठाया बड़ा कदम, चाइल्ड एब्यूज कंटेंट बनाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी यवेट कूपर ने घोषणा की है कि AI के जरिए जनरेट की जाने वाली चाइल्ड पोर्नोग्राफी और उससे संबंधित अन्य आपत्तिजनक कंटेंट को रोकने के लिए चार नए कानून बनाए जाएंगे.
Child Abuse

AI से चाइल्ड एब्यूज कंटेंट बनाने के खिलाफ बनेगा कानून

Britain: AI ने सभी के कामों को आसान बना दिया है. इसके इस्तेमाल से दुनियाभर में लोग घंटों के काम को मिनटों में पूरा कर रहे हैं. लेकिन इसका इस्तेमाल कई बुरे कामों में भी किया जा रहा है. AI के जनरेटिव मोड का इस्तेमाल करके कुछ भी बनाया जा सकता है और समय के साथ ये रियल और एडवांस्ड होता जा रहा है. इसी पर नकेल कसने के लिए ब्रिटेन की सरकार ने एक नया कानून बनाने का एलान किया है.

ब्रिटेन में इस कानून के आने के बाद चाइल्ड एब्यूज कंटेंट बनाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके दोषी पाए जाने पर जेल होगी. इसके लागू होते ही ब्रिटेन चाइल्ड एब्यूज कंटेंट में AI के इस्तेमाल के खिलाफ कानून बनाने वाला दुनिया का पहले देश बन जाएगा.

बनेंगे चार नए कानून

ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी यवेट कूपर ने घोषणा की है कि AI के जरिए जनरेट की जाने वाली चाइल्ड पोर्नोग्राफी और उससे संबंधित अन्य आपत्तिजनक कंटेंट को रोकने के लिए चार नए कानून बनाए जाएंगे. इन कानूनों के तहत दोषियों को 5 साल तक की सजा का प्रावधान होगा.

शोषण सिखाने पर भी होगी कार्रवाई

इन नए कानूनों के लागु होते ही AI पीडोफाइल मैनुअल पर भी रोक लगा दी जाएगी. इसके जरिए AI का इस्तेमाल करके चाइल्ड एब्यूज सिखाने पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा. AI पीडोफाइल मैनुअल रखने या चाइल्ड एब्यूज सिखाने के दोषी पाए जाने पर तीन साल की जेल होगी. नए कानूनों के तहत उन वेबसाइट्स पर भी कार्तवाई होगी जो चाइल्ड एब्यूज कंटेंट शेयर करती हैं.

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ब्रिटेन की क्राइम एजेंसी की रिपोर्ट

ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर महीने 800 से अधिक गिरफ्तारियां सिर्फ बच्चों को ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए की जाती हैं. रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में 8.40 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं.

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