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झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जल गए, 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर निकाला गया

Jhansi, Uttar Pradesh

नवजात शिशुओं को भीषण आग लगने के बाद बचाया गया

Jhansi Medical College: शुक्रवार की देर रात उत्तर प्रदेश के झांसी से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को 10 नवजात बच्चे जिंदा जल गए. वहीं, 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर वार्ड से बाहर निकाला गया.

बता दें, झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट यानी SNCU में 16 नवंबर की रात भीषण आग लग गई. वार्ड में लगी इस आग में 10 बच्चों की जल कर मौत हो गई है. SNCU वार्ड में 39 और नवजात थे, जिन्हें खिड़की तोड़कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया.

 

कैसे लगी आग?

मेडिकल कॉलेज की यह घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है. जानकारी के मुताबिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी थी. फिर अचानक धमाका हो गया. इसके बाद पूरे वार्ड में आग फैल गई. सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं और 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया.

मेडिकल कॉलेज ने बताया कि हादसे के समय SNCU वार्ड में करीब 52 से 54 बच्चे थे. जिनमें से 10 की मौत हो गई और 16 का इलाज अभी चल रहा है. मेडिकल कॉलेज में हुए इस अग्निकांड के बाद SNCU में बचाव कार्य रात 1 बजे तक पूरा कर लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि घटना से संबंधित सभी तथ्यों को खंगालने के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी.

सीएम की हाईलेवल मीटिंग

दिल दहलाने वाले इस की जानकारी मिलते ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। उन्होंने कमिश्नर और DIG को 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने के आदेश दिया है. इस घटना के बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम और हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने कहा- हादसे की 3 जांच करवाई जाएगी. पहली जांच स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस करेगी और तीसरा जांच मजिस्ट्रेट के द्वारा करवाई जाएगी. अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

 

3 नवजातों की पहचान अब भी बाकी

घटना स्थल पर मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘फरवरी माह में अस्पताल में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था. इसके बाद जून महीने में मॉक ड्रिल भी की गई थी. अब यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, यह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर होगा. उन्होंने ने आगे बताया- मृत 10 नवजातों में से सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है.

सीएम योगी ने जताया शोक

झांसी अग्निकांड पर मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना को ‘दिल दहला देने वाला’ बताया है. उन्होंने घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है. इस घटना को लेकर सीएम ने एक्स पर लिखा, ‘झांसी जिले के मेडिकल कॉलेज के SNCU में हुई दुर्घटना में बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है. जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य करने का निर्देश दिया गया है. मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें.’

 

पीएम ने भी जताया शोक

प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना को हृदयविदारक बताते हुए एक्स पर लिखा- ‘उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.’

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5-5 लाख मुआवजे का ऐलान

मुख्यमंत्री योगी ने झांसी अग्निकांड में मरे नवजात के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. मृत नवजात के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान हुआ है. वहीं, घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की गई है.

ऑक्सीजन के कारण लगी आग, इसलिए तेजी से भड़की

घटना के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘आग लगने के बाद वार्ड ब्वाय ने फायर फाइटिंग के सिलेंडरों को खोलकर चलाया, लेकिन आग ऑक्सीजन की वजह से लगी थी, इसलिए तेजी से भड़क गई. स्टाफ और परिजनों ने मिलकर बच्चों का रेस्क्यू किया.

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