UP News: उत्तर प्रदेश में बागपत के थाना सिंघावली अहीर के डोला गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई हैं. परिजनों के मुताबिक बंदरों के एक झुंड ने 6 साल की उनकी मासूम बच्ची को एक हैवान के चंगुल से बचा लिया. पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक आरोपी युवक बच्ची को लेकर मस्जिद वाली गली में मस्जिद की चौखट पर पहुंचा. यहां बच्ची को बाहर खड़ा करके अंदर चला गया और फिर तुरंत बाद बाहर आया और बच्ची को सुनसान जगह पर ले जाकर निर्वस्त्र कर रहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्ची की उम्र 6 साल है और यूकेजी में पढ़ती है.
परिजनों के मुताबिक, इससे पहले कि कोई अनहोनी होती बंदरों के एक झुंड ने उस पर हमला कर दिया. बंदरों के हमले के बाद आरोपी भाग खड़ा हुआ और बच्ची अनहोनी का शिकार होने से बच गई. घर जाकर बच्ची ने अपने परिवार को पूरी कहानी बताई कि कैसे बंदरों ने आरोपी के चंगुल से उसे बचाया।.सीसीटीवी फुटेज में भी आरोपी युवक बच्ची को ले जाता हुआ दिख रहा है.
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बच्ची को बहला कर ले गया था आरोपी
बताया जा रहा है कि आरोपी युवक दूधिया से दूध के रुपये दिलाने के बहाने बच्ची को बहला कर ले गया था, और फुटेज में जिस मकान के अंदर वह दाखिल हुआ, पीड़िता के परिवार ने उसे मस्जिद बताया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर बंदरों की मदद नहीं मिलती तो उनकी बच्ची के साथ बहुत बड़ी अनहोनी हो सकती थी. आंखों में आंसू लेकर बच्ची का पिता बंदरों को ‘बजरंगी’ कहकर सम्मान दे रहा है.
पिता का कहना है कि बजरंगी ने उनकी बेटी को बचा लिया. पिता के मुताबिक आरोपी ने पीड़ित बच्ची को धमकी दी थी कि वह उसके पिता को मार देगा. उन्होंने कहा कि अगर बंदरों ने हमला नहीं किया होता तो मेरी बच्ची नहीं बचती.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
हालांकि आरोपी युवक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. मामले में पुलिस की जांच जारी है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी गई है. बागपत के सर्किल ऑफिसर हरीश भदौरिया ने मीडिया से कहा कि हमने बंदरों के प्रकरण का मामला सुना है. मामले की जांच जारी है. परिजनों की शिकायत पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी की पहचान और तलाश जारी है.