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Bahraich Violence: दीवार के पीछे छुपकर लगाया निशाना, रामगोपाल मिश्रा पर गोली चलाने वाली की तस्वीर आई सामने

Bahraich Violence

बहराइच हिंसा

Bahraich Violence: बहराइच के महसी के महराजगंज इलाके में गोलीकांड के बाद से तनाव का माहौल है. घटना के बाद से पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो चुका है. इस बीच, गोलीबारी में मारे गए रामगोपाल मिश्रा पर गोली चलाने वाले की एक तस्वीर सामने आई है. तस्वीर में गोली चलाने वाले शख्स के हाथ में बंदूक दिखाई दे रही है. बताया जा रहा है कि गन ताने खड़ा शख्स अब्दुल हमीन के घर पर मौजूद है. यहीं पर रामगोपाल मिश्रा की हत्या हुई थी.

हालांकि, अब तक प्रशासन या पुलिस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. तस्वीर उस वक्त की बताई जा रही है, जब घायल रामगोपाल को उनके साथियों ने छत से नीचे लाया था. पुलिस जांच में जुटी हुई है. इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

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कैसे हुई थी हिंसा की शुरुआत?

बहराइच से करीब 40 किमी दूर महराजगंज बाजार में रविवार की शाम 6 बजे दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे. इसी दौरान कुछ युवकों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया. थोड़ी देर में हिंसा भड़क गई. पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई. इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई. परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. रात भर प्रदर्शन चलता रहा.

उग्र भीड़ ने अस्पताल में लगा दी थी आग

सोमवार सुबह लोग फिर से उग्र हो गए. हजारों की भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी. कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया. भीड़ देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा. आसपास के 6 जिलों से फोर्स और पीएसी बुलाई गई है. हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. वहां पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं. पुलिस फोर्स तैनात है.

हालात बिगड़ते देख इंटरनेट सेवा पूरे जिले में बंद कर दी गई. पीएसी, आरएएफ को सड़क पर उतार दिया गया. खुद एसटीएफ चीफ पिस्टल लेकर सड़क पर निकल पड़े. घटना के तीन दिन होने के बाद भी महसी के महाराजगंज इलाके में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.

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