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‘जरूरत पड़ी तो आया कॉल…’, इंडिया गठबंधन पर बरसे चंद्रशेखर आजाद, बोले- नहीं जाएंगे विपक्ष के साथ

इंडिया गठबंधन पर बरसे चंद्रशेखर आजाद

UP Politics: आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने विपक्षी इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और कांग्रेस वंचितों के बीच एक स्वतंत्र आवाज नहीं चाहते हैं. आजाद ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि वह विपक्ष के साथ नहीं जाएंगे.

‘मैं गठबंधन चाहता था…’

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह सपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहते थे, लेकिन दोनों में से कोई भी उन्हें नगीना सीट देने के लिए तैयार नहीं हुआ. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वे (सपा-कांग्रेस) वंचितों के बीच एक स्वतंत्र आवाज नहीं चाहते हैं. वे चाहते हैं कि जो भी आगे आए वह उनके साथ या उनके अधीन खड़ा हो, जिससे वे उसका इस्तेमाल कर सकें और उसे आगे बढ़ने न दें.

आजाद ने आगे कहा, “उन लोगों ने मुझसे किसी दूसरी सीट से या उनके सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए कहा था. मैंने उनसे कहा कि मैं न तो अपनी सीट छोड़ूंगा और न ही किसी और के सिंबल पर चुनाव लड़ूंगा.” बता दें कि आजाद ने उपरोक्त बातें शुक्रवार (5 जुलाई) को इंडियन एक्सप्रेस आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में कही थी.

‘…तवज्जो नहीं दी’

इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने अपने पहली बार संसद में जाने का किस्सा भी शेयर किया और बताया कि कैसे सपा और कांग्रेस ने उन्हें जरूरत न पड़ने तक भाव नहीं दिया. आजाद ने कहा, “जब मैं पहली बार संसद गया तो खाली बेंच पर अकेला बैठा था. मैं नया था, मुझे कुछ नहीं पता था. मुझे लगा कि विपक्ष में मेरे दोस्त मुझे अपने साथ बैठने के लिए कहेंगे. मुझे लगा कि वे कहेंगे कि हम दोनों भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं और हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए. लेकिन तीन दिन वहां बैठने के बाद मुझे एहसास हुआ कि किसी को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि चंद्रशेखर कहां बैठे हैं.”

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आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा, “जब लोकसभा स्पीकर का चुनाव आया तो कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने मुझे फोन करके समर्थन मांगा. मैंने भी उन्हें सहमति जताई लेकिन उन्होंने डिवीजन का प्रस्ताव ही नहीं रखा. जब ऐसा नहीं हुआ तो मामला वहीं खत्म हो गया. वो अपने रास्ते चले गए और मैं अपने रास्ते चला आया.” उन्होंने इंडिया गठबंधन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, “हम भेड़ नहीं हैं जो किसी के भी पीछे-पीछे चलेंगे. हम अपने लाखों लोगों की उम्मीद हैं और इसलिए स्वतंत्र खड़े रहेंगे. सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ नहीं जाएंगे.”

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