UP Politics: बुधवार, 6 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के गढ़ सैफई पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 500 बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया करने के बाद ऑडिटोरियम में सभा को भी संबोधित किया. सपा के गढ़ में उन्होंने मुलायम सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की, इसके लिए उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं. सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय नहीं बनता तो पूरे भारत के यहां दर्शन नहीं होता.
1996 की एक घटना का किया जिक्र
छात्रों को अपने संबोधित करते हुए सपा पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा, ‘पहले लोग इटावा और सैफई के नाम से डरते थे, लेकिन अब कोई डर नहीं है.’ योगी ने 1996 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वह रात में जयपुर से आगरा पहुंचे. इसके बाद उनको वहां से कानपुर जाने के लिए पुलिस वालों ने मना कर दिया. पुलिस वालों ने उनसे कहा कि रात में वह न जाएं, क्योंकि रास्तें में इटावा पड़ेगा. फिर उन्हें रात में आगरा में ही रुकना पड़ा. उन्होंने कहा कि अब आगरा के विधायक यहां के विधायक हैं.
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अखिलेश यादव पर किया पलटवार
सीएम योगी के सैफई पहुंचने से पहले अखिलेश यादव अपने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, ‘भाजपा को दूसरों के शुरू किए गए काम का फीता काटने की जल्दी है.’ इस पर अखिलेश यादव के नाम लिए बिना उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, ‘कुछ लोगों की कानाफूसी करने की आदत रही है, अब अपना और पराया नहीं होता. अब सबके लिए काम सिर्फ काम होता है.’ उन्होंने कहा, ‘पहले की सरकारों ने नारियल तो फोड़े, लेकिन काम शुरू करने के लिए बजट जारी किया. मेडिकल कॉलेजों को टोकन मनी के नाम पर एक लाख रुपए दिए जाते थे. मैं कोरोना काल में यहां आया था, तब मैंने यहां का हाल देखा.’