Bareilly Triple Murder Case: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की कोर्ट ने 8 लोगों फांसी की सजा सुनाई है. जिले की एक अदालत ने सुरेश शर्मा नगर में 10 साल पहले डकैती के समय आयकर विभाग के इंस्पेक्टर की मां, भाई और भाभी की हत्या के मामले में सुनावाई करते हुए स्पेशल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने छैमार हसीन गैंग के 9 अभियुक्तों को दोषी करार दिया. इनमें से 8 अभियुक्तों को फांसी की सजा और एक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. यह मामला 2014 का है.
इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के घर हुआ था हत्याकांड
दरअसल, 10 साल पहले 2014 में इनकम टैक्स इंस्पेक्टर रविकान्त मिश्रा के घर बदमाशों ने डकैती के दौरान तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. इसमें आयकर विभाग के इंस्पेक्टर की मां, भाई और भाभी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता दिगम्बर पटेल ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि आयकर विभाग के इंस्पेक्टर रविकान्त मिश्रा ने बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमे में उन्होंने लिखा कि 21 अप्रैल 2014 को वह अपने घर से अपने तैनाती स्थल के लिये रवाना हुए थे. इसके दो दिन बाद जब उन्होंने अपने परिजन से संपर्क करने की कोशिश की, तब उनसे बात नहीं हो सकी.
अनहोनी का आशंका पर पहुंचे घर
रविकान्त मिश्रा का कहना था कि किसी अनहोनी का आशंका होने पर वह अपने घर पहुंचे. तब उन्होंने पाया कि दरवाजा अंदर से बंद था और गली की खिड़की खुली थी, जिसकी ग्रिल निकली गई थी. मुकदमे के मुताबिक छत का दरवाजा खुला था. इसके बाद इंस्पेक्टर मिश्रा ने जब पास के एक निर्माणाधीन मकान की छत से अपने घर के अंदर जाकर देखा तो उनकी मां पुष्पा (70) का शव सीढ़ियों के पास पड़ा था. वहीं बेडरूम में उनके भाई योगेश और भाभी प्रिया के शव पड़े थे और घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था.
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9 लोगों की पाई गई संलिप्तता
इसके बाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध डकैती, हत्या और आपराधिक षडयंत्र के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू की. शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक तफ्तीश के दौरान पुलिस को शेरगढ़ कुड़ला नगरिया निवासी वाजिद, बिथरी चैनपुर डेरा उमरिया निवासी हसीन, यासीन उर्फ जीशान, नाजिमा, हाशिमा, सम्भल निवासी समीर उर्फ साहिब उर्फ नफीस, बिथरी चैनपुर डेरा उमरिया निवासी जुल्फाम और फहीम के साथ चोरी किये गये माल को खरीदने वाले सर्राफा कारोबारी शाहजहांपुर कोतवाली निवासी राजू वर्मा समेत नौ आरोपियों की संलिप्तता पाई गई. इसके बाद अदालत में उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया.