UP Politics: केंद्र में भले ही लगातार तीसरी बार भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सरकार बना ली हो, लेकिन देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में विपक्ष की बढ़त ने सत्ता पक्ष की बेचैनी बढ़ा रखी है. भाजपा में चुनावी प्रदर्शन को लेकर बैठकों का दौर जारी है. इस बीच एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) की प्रमुख और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर बड़ा बयान दिया है.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने संविधान को लेकर फर्जी नैरेटिव चलाया था, जिसका नुकसान एनडीए को हुआ. उन्होंने कहा कि हमारा एजेंडा विकास का था और सब कुछ बढ़िया तरीके से चल रहा था, लेकिन विपक्ष ने झूठ फैलाया कि अगर एनडीए 400 से अधिक सीटें जीत जाती है तो वह संविधान को बदल देगी और आरक्षण को खत्म कर देगी. पटेल ने कहा कि हमारे समय रहते जवाब नहीं देने के कारण समाज के वंचित तबके के लोग विपक्ष के बहकावे में आ गए. बता दें कि अनुप्रिया पटेल ने द इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में उपरोक्त बातें कही.
‘…जमीनी हालात नहीं समझ पाए’
इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने यह भी कहा कि अपना दल के कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के दौरान हमें बताया था कि लोग आरक्षण और संविधान को लेकर बनाए गए विपक्ष के नैरेटिव पर भरोसा कर रहे थे और अंतिम चरण के चुनाव तक राज्य के सभी जिलों और सीटों से इस तरह का मजबूत भी फीडबैक सामने आया था. पटेल का कहना है कि उन्होंने इसके बारे में भाजपा के नेताओं तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की थी, लेकिन भाजपा के लोग इस बात को नहीं समझ सके कि यह मुद्दा जमीन पर कितना मजबूत हो चुका है.
उत्तर प्रदेश में किसे कितनी सीटें मिलीं?
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को तगड़ा झटका लगा है. समाजवादी पार्टी ने राज्य की 37 सीटों को अपने नाम किया है. वहीं, भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं. बता दें कि भगवा पार्टी ने 2019 में अकेले 62 सीटें जीती थीं.
कुल सीट- 80
समाजवादी पार्टी- 37 सीट
भाजपा- 33 सीट
कांग्रेस- 6 सीट
राष्ट्रीय लोक दल- 2 सीट
आजाद समाज पार्टी (कांशी राम)- 1 सीट
अपना दल (सोनेलाल)- 1 सीट