Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में बड़ा हादसा हो गया है. यहां मंगलवार को नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग में भगदड़ मचने से 120 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. इसी कड़ी में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत भोले बाबा के मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह एफआईआर हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में मंगलवार को देर रात दर्ज हुई है. ब्रजेश पांडे नाम के शख्स ने एफआईआर दर्ज कराई है. मुख्य सेवादार देवप्रकाश जिस पर एफआईआर दर्ज हुई है, वह हाथरस के सिकंदराराऊ में दमदपुरा में रहता है. वहीं, सीएम योगी ने ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं.
हाथरस भगदड़ घटना पर ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज#UPNews #HathrasAccident #FIR #VistaarNews pic.twitter.com/oIK8YBFYqx
— Vistaar News (@VistaarNews) July 3, 2024
कैसे हुआ हादसा?
बता दें, हाथरस के सिकंदराराऊ कस्बे अंतर्गत फुलरई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के संगठन की ओर से सत्संग का आयोजन किया गया था. प्रवचन खत्म होने के बाद जैसे ही बाबा अपनी कार में बैठकर रवाना हुए, अनुयायियों की भीड़ अंतिम दर्शन व चरण छूने के लिए उनके पीछे दौड़ पड़ी. जहां-जहां बाबा के चरण पड़े, वहां की मिट्टी उठाने के लिए उनके अनुयायियों में होड़ मच गई. बताया जा रहा है कि इसी दौरान भीड़ अनियंत्रित हो गई और 120 से अधिक लोग दब कर मर गए. हालांकि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और उसके बाद ही असली वजह पता चल सकेगी.
PM मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया है. साथ ही उन्होंने मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. वहीं, घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. उधर, घटना के बाद से भोले बाबा फरार चल रहे हैं. पुलिस ने मैनपुरी स्थित उनके आश्रम राम कुटिर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन बाबा वहां नहीं मिले. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस उनकी तलाश कर रही है.