Holi 2024: पूरे देशभर में रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को मनाया जा रहा है. इसी क्रम में यूपी के प्रयागराज में हिन्दू धर्म के लोगों ने सुबह होलिका की पूजा और परिक्रमा के साथ त्योहार की शुरुआत की. इसके बाद होली खेलने का क्रम आरंभ हुआ. शहर के ऐतिहासिक लोकनाथ चौराहा पर युवाओं की भारी भीड़ जुटी है. जहां कपड़ा फाड़ होली खेलने के लिए दूर- दूर से लोग आए हैं. यहां आने लोगों के अपना कपड़ा फाड़कर घर जाने की परंपरा है. इस चौराहा पर जवाहर लाल नेहरू, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, हरिवंश राय बच्चन, सुमित्रानंदन पंत, छुनन्न गुरु, जनेश्वर मिश्र जैसे लोग होली खेलने आते थे.
शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस, जार्जटाउन, टैगोर टाउन, सोहबतिया बाग, मेडिकल कॉलेज, बालस, कैंट, सर्किट हाउस रोड आदि पर लोगों ने परिवार के साथ होली के रंग से एक दूसरे को सारोबर किया. पुराने इलाकों में पुरानी परंपरा के का नजारा देखने को मिला. कीडगंज, मट्ठीगंज, दाराजपुर, अल्लापुर, धूमनगंज आदी जगहों पर होली की हुड़दंग देखने को मिला.
#WATCH | Uttar Pradesh | People in Prayagraj celebrate #Holi with water colours and gulaal. pic.twitter.com/O5RamfWXQ4
— ANI (@ANI) March 25, 2024
होली के रंग में सारोबार हुआ शहर
संस्कृतियों को संजोने वाले संगम के शहर में इस बार की होली अलग रही. लोकनाथ की कपड़ाफाड़ होली के लिए रंगों की बोरियां और नलों के फुहारे की व्यवस्था की गई थी. ठठेरी बाजार से पांच-पांच फीट की पीतल की पिचकारियां और टैंकर ऑर्डर पर बनवाया गया था. पूरा शहर तन-मन और रंगीन मिजाज में सारोबार हो गया.
लोकनाथ की कपड़ाफाड़ होली में हर मुहल्ले के रंग
लोकनाथ की कपड़ाफाड़ होली में हर मुहल्ले के रंग दिखें. जहां पांच सौ मीटर के दायरे में 20 से 25 हजार लोगों को रंगों से दिन भर बोरने का इंतजाम किया गया था. लोकनाथ की होली तब तक नहीं शुरू हुई जब तक कि मिलन संघ के अध्यक्ष निखिल पांडेय बोरी-बोरी भर कर रंगों के साथ नहीं निकलें. उनके साथ पूरा मुहल्ला निकला इस बार कोतवाली से लोकनाथ चौराहे के बीच बैरिकेडिंग कर कपड़ाफाड़ होली होली खेलने की तैयारी की गई थी.