UP Politics: यूपी में इंडिया गठबंधन लगभग डूबने के कगार पर ही है. अभी तक सपा और कांग्रेस में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हो सका. इस बीच समाजवादी पार्टी ने एक के बाद एक तीन उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है. वहीं अखिलेश ने सीट बंटवारा फाइनल होने तक राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी दूरी बना रखी है.
इस बीच समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के राज्य प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से मुलाकात की है. इस मुलाकात की चर्चा इसलिए भी है क्योंकि राजा भैया लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन की तलाश में हैं. सूत्रों के मुताबिक, उत्तम पटेल ने लोकसभा से पहले राज्यसभा चुनाव में राजा भैया से समर्थन मांगा है. अब कहा जा रहा है राजा भैया के सहारे यूपी में अखिलेश इंडिया गठबंधन की नैया पार लगाना चाहते हैं.
यूपी की सियासत से जुड़ी बहुत बड़ी खबर, राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक और समाजवादी पार्टी का हो सकता है गठबंधन. राजा भैया से मिलने पहुंचे समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल. राजा भैया से अखिलेश यादव की कराई बात.
सूत्रों के मुताबिक़ सपा की तरफ़ से 5 सीटें… pic.twitter.com/yVT5Z0d3pz— Vistaar News (@VistaarNews) February 20, 2024
नरेश उत्तम पटेल ने कुंडा से विधायक राजा भैया से उनके घर पर मुलाकात की. राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के पास यूपी विधानसभा में केवल दो विधायक हैं. सूत्रों के मुताबिक, राजा भैया ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत की. पटेल और राजा भैया ने लोकसभा चुनाव में संभावित गठबंधन पर भी बात की. राजा भैया और सपा प्रदेश अध्यक्ष की ये मुलाकात बेहद दिलचस्प है क्योंकि माना जा रहा है कि जनसत्ता दल के दोनों विधायक राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे.
यह भी पढ़ें: बलिया, मुरादाबाद और बिजनौर की सीटों पर फंसा पेंच? जानें कांग्रेस-सपा के दावे कितने मजबूत
यूपी राज्यसभा चुनाव का पूरा समीकरण
उत्तर प्रदेश में 10 सीटें हैं जिन पर कुल 11 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. आठ बीजेपी से और तीन समाजवादी पार्टी से. भाजपा ने अंतिम समय में संजय सेठ को अपना आठवां आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन, रामजीलाल सुमन और आलोक रंजन समेत तीन नेताओं को राज्यसभा के लिए नामांकित किया. बीजेपी ने राज्यसभा के लिए सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, नवीन जैन ,अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और संजय सेठ को मैदान में उतारा है.
एसपी को तीनों सीटें जीतने के लिए 111 वोटों की जरूरत है, लेकिन फिलहाल उसके पास केवल 108 वोट हैं. एसपी विधायक रमाकांत यादव जेल में हैं और दूसरी विधायक पल्लवी पटेल पार्टी से नाखुश हैं. ऐसे में सपा के पास 106 वोट हो जाएंगे. भले ही सपा को कांग्रेस पार्टी से दो वोट मिले, फिर भी उनके पास 108 वोट (106+2) होंगे.
सूत्रों के मुताबिक 8वीं राज्यसभा सीट पर अधिकार करने के लिए बीजेपी के पास 10 वोट कम हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 252 विधायक हैं, और इसे एनडीए के कई सहयोगियों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें अपना दल-सोनेलाल (13 विधायक), निषाद पार्टी (6 विधायक), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी: 6 विधायक), और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी: 9 विधायक) शामिल हैं.
कांग्रेस-सपा की बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में चुनावी गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही बातचीत समाप्त हो गई है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच देर रात तक बातचीत चलती रही लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई. सपा ने पहले ही दो अलग-अलग सूचियों में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 27 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.