Hathras Stampede: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शुक्रवार सुबह हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं. वो सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों और घायलों से मुलाकात करेंगे. इससे पहले यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने योगी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
अजय राय ने कहा, “अधिकांश पीड़ित गरीब परिवारों से थे. उन्हें पर्याप्त सुविधाएं नहीं दी गईं. 80 हजार की अनुमति मांगी गई थी लेकिन 2.5 लाख से अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंचे. अस्पताल में भी उचित सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं. यूपी प्रशासन को घटना के बारे में 2-3 घंटे बाद पता चला. हम देख सकते हैं कि यूपी में किस तरह का जंगलराज चल रहा है. यूपी सरकार में अंदरूनी कलह चल रही है. जब मैं मौके पर पहुंचा तो सीएम वहां मौजूद थे और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक उनके साथ नहीं गए, वह सीएम के जाने के बाद मौके पर पहुंचे. इस अंदरूनी कलह के कारण पूरा प्रदेश पीड़ित है.”
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अब तक पुलिस ने की है ये कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में ‘भोले बाबा’ के मुख्य सेवादार प्रकाश मधुकर और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अब तक बाबा के छह करीबियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि ये सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और सेवादार के रूप में काम करते थे. अभी मुख्य आयोजक प्रकाश मधुकर की तलाश जारी है. उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
कैसे हुआ हादसा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (3 जून) को प्रेस कॉन्फेंस करके पूरी घटना के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने कहा, “घटना में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे. जो सज्जन अपना उपदेश देने आए थे, उनके मंच से उतरने पर, उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल आगे बढ़ा तभी उनके पीछे एक भीड़ गई. इसी दौरान वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए. सेवादार भी लोगों को धक्का देते रहे जिसके कारण यह हादसा हुआ. जो भी जिम्मेदार होगा उसे कड़ी सजा मिलेगी.”