Ram Mandir: स्टाफिंग कंपनियों ने के मुताबिक, सिविल इंजीनियरों के जल्द ही अयोध्या में धूम मचाने की संभावना है. दरअसल, आज प्रभु राम अपनी नगरी में पधार चुके हैं. पीएम मोदी के हाथों भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई है. इसको देखते हुए कहा जा रहा है कि अगले दो वर्षों में शहर में विभिन्न स्तरों पर निर्माण कार्यों की मांग में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी. रोजगार पाने की कोशिश कर रहे इंजीनियरों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं होगा.
रामलला के आगमन से उद्योग जगत में उछाल की उम्मीद
राम मंदिर के निर्माण ने पौराणिक महत्व के इस शहर में आर्थिक विकास की लहर दौड़ा दी है और यह कोचिंग सेंटरों का केंद्र बनने से हटकर एक पर्यटन केंद्र के रूप में उभरा है. रामलला के आगमन से उद्योग जगत में उछाल की उम्मीद है. आने वाले समय में रामलला की नगरी में शॉपिंग मॉल, होटल और रेस्तरां भी खोला जाएगा. इससे भी काफी रोजगार बढ़ने के आसार हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या में कुल नौकरियों में से लगभग 22 प्रतिशत नौकरियां इंजीनियरिंग से संबंधित है. सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों के लिए यह खास मौका है.
यह भी पढ़ें: Ram Mandir Inauguration: 500 सालों का इंतजार, फिर शंखनाद के साथ मंत्रोच्चार…अवध में ऐसे हुई रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा
लोकल आर्ट, क्राफ्ट्स और कल्चरल सेक्टर्स में भी नौकरियों के अवसर
रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में विकास अधिक होने की उम्मीद है. इससे पर्यटन विकास और बुनियादी ढांचे के विकास के आधार पर यहां 30,000-50,000 नौकरियां पैदा हो सकती हैं. रिटेल सेक्टर में भी वृद्धि दिखने की उम्मीद है, क्योंकि बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए व्यवसाय खुल रहे हैं. साथ ही लोकल आर्ट, क्राफ्ट्स और कल्चरल सेक्टर्स में भी नौकरियों के अवसर पैदा होंगे.