UP News: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के माध्यम से नगरों व ग्रामीण इलाकों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को पक्का मकान प्रदान किए जाता है. जिससे लोगों का पक्का मकान निर्माण हो सके और गृहस्थी जीवन संवर सके. लेकिन महराजगंज में इस योजना की पहली किस्त आते ही ग्यारह घरों की गृहस्थी संवरने से पहले ही उजड़ गई. मामला महराजगंज के निचलौल ब्लॉक क्षेत्र का है, जहां पीड़ित पतियों ने अधिकारियों से दूसरी किस्त न भेजने की गुहार लगाई है.
घर बनने से पहले बिखर गई गृहस्थी
जानकारी के मुताबिक, निचलौल ब्लॉक के 108 गांव में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री आवास के लिए कुल 2,350 लाभार्थियों का चयन हुआ था. इसमें से करीब 95 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों का आवास पूरा भी हो चुका है. वहीं इस योजना में महिलाएं भी मुख्य रूप से शामिल हैं, जिनके खाते में आवास योजना की रकम किस्तों में भेजी जाती है. इसी क्रम में निचलौल ब्लॉक क्षेत्र के किशुनपुर, खेसहरा, बकुलडिहा, रामनगर, ठूठीबारी, शीतलापुर, चटिया और मेधौली गांव की ग्यारह महिला लाभार्थियों के खातों में जब आवास की पहली किस्त आई तो सभी ग्यारह महिलाएं अपने पति को छोड़ आवास का पैसा लेकर अपने प्रेमी संग फरार हो गई हैं.
इस घटना के बाद पीड़ित पति तनाव में हैं और ब्लॉक के चक्कर लगा रहे हैं कि आवास के पैसे की रिकवरी का नोटिस उनके नाम से न कट जाए. पतियों को उम्मीद थी की पीएम आवास योजना के तहत उनका घर का सपना पूरा हो जाएगा लेकिन घर बनने से पहले ही गृहस्थी बिखर गई.
मामले की जांच में जुटा विभाग
आवास का पैसे मिलने के बाद आवास का निर्माण नही होने पर अब विभाग सक्रिय हो गया है और ब्लॉक के सभी गांव में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. वहीं इस सनसनीखेज मामले में निचलौल ब्लॉक की खंड विकास अधिकारी शमा सिंह ने बताया की महिलाओं को चिन्हित कर लिया गया है. मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है, जो भी निर्देश मिलेगा इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उधर, निचलौल ब्लॉक की ग्यारह महिलाओं के प्रेमी संग फरार होने का खुलासा होने पर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है. वहीं पीड़ित पतियों ने ब्लॉक के उच्चाधिकारियों से मिलकर मामले से अवगत कराया है, जिसके बाद ब्लॉक के जिम्मेदार दूसरी किस्त भेजने से पहले रोक लगाने की कार्यवाही में जुट गए हैं.