UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस पहुंचे हैं. यहां उन्होंने सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवार और घायलों से मुलाकात की. बता दें कि हाथरस के सिकंदराराऊ में मंगलवार को नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ का सत्संग था. इस दौरान मची भगदड़ में 120 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हुए हैं.
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— Vistaar News (@VistaarNews) July 3, 2024
अखिलेश यादव ने सरकार पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाथरस हादसे को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जो जानें गईं है उसकी जिम्मेदार सरकार है. यादव ने कहा, “जो हादसा हुआ है यह सरकार की लापरवाही है. ऐसा नहीं है कि सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी न हो. जब कभी भी इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं तो बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं. कोई अगर अस्पताल पहुंच भी गया तो उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया. न ऑक्सीजन, न दवाई, न इलाज मिल पाया. इसकी जिम्मेदार भाजपा है जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं.”
मृतक के परिजनों को 2 लाख का मुआवजा
The Prime Minister Shri @narendramodi Ji has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each deceased in the mishap in Hathras. The injured would be given Rs. 50,000.
— PMO India (@PMOIndia) July 2, 2024
बता दें कि पीएम मोदी ने हाथरस हादसे में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है.
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कैसे हुआ हादसा?
हाथरस के सिकंदराराऊ अंतर्गत फुलरई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के संगठन की ओर से सत्संग का आयोजन किया गया था. प्रवचन खत्म होने के बाद जैसे ही बाबा अपनी कार में बैठकर रवाना हुए, अनुयायियों की भीड़ अंतिम दर्शन व चरण छूने के लिए उनके पीछे दौड़ पड़ी. जहां-जहां बाबा के चरण पड़े, वहां की मिट्टी उठाने के लिए उनके अनुयायियों में होड़ मच गई. बताया जा रहा है कि इसी दौरान भीड़ अनियंत्रित हो गई और 120 से अधिक लोग दब कर मर गए. हालांकि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और उसके बाद ही असली वजह पता चल सकेगी.