UP News: लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई में खटपट की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं. विपक्ष का दावा है कि सरकार और भाजपा संगठन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस बीच पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पंडित सुनील भराला ने तमाम अटकलों पर मुहर लगा दी है. बता दें कि भराला ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के इस्तीफे की मांग की है.
‘…पार्टी के बारे में सोचे’
सुनील भराला ने कहा कि संगठन का असली कार्यकर्ता वो ही है जो अपनी गद्दी से पहले अपने संगठन व पार्टी के बारे में सोचे. उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान ‘संगठन सरकार से बड़ा होता है’ का जिक्र करते हुए बुधवार को एक्स पर लिखा, “वैसे ये पंडित दीनदयाल जी भाग 3 पर लिखा है. इस बयान पर मेरी समझ से संगठन की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है.”
भराला ने आगे कहा, “उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का आशय यही रहा होगा कि हार की बड़ी जिम्मेदारी संगठन की ही है. इसलिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को अविलंब हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुआ अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए. भाजपा में ऐसी परिपाटी रही है जहां तत्कालीन अध्यक्षों जैसे कलराज मिश्र, विनय कटिहार आदि ने इस्तीफे दिए थे. संगठन का असली कार्यकर्ता वो ही है जो अपनी गद्दी से पहले अपने संगठन व पार्टी के बारे में सोचे.”
ये भी पढ़ेंः एक्शन में ED… कांग्रेस विधायक के ठिकानों पर की छापेमारी, 1300 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी से जुड़ा है मामला
लोकसभा चुनाव में भाजपा का खराब प्रदर्शन
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को तगड़ा झटका लगा है. समाजवादी पार्टी ने राज्य की 37 सीटों को अपने नाम किया है. वहीं, भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं. बता दें कि भगवा पार्टी ने 2019 में अकेले 62 सीटें जीती थीं. आइए एक नजर पार्टीवार स्थिति पर डाल लेते हैं…
कुल सीट- 80
समाजवादी पार्टी- 37 सीट
भाजपा- 33 सीट
कांग्रेस- 6 सीट
राष्ट्रीय लोक दल- 2 सीट
आजाद समाज पार्टी (कांशी राम)- 1 सीट
अपना दल (सोनेलाल)- 1 सीट
अखिलेश के ऑफर से भाजपा में मची खलबली
उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज गुरुवार को परोक्ष रूप से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सरकार बनाने का ऑफर दे डाला है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मानसून ऑफर: सौ लाओ, सरकार बनाओ.” इसके बाद भाजपा में खलबली मच गई है. हालांकि आपको बता दें, अखिलेश यादव पहले भी मौर्य को इस तरह का ऑफर दे चुके हैं. यादव ने एक बार कहा था कि वे आज भी 100 विधायक ले आएं तो समाजवादी पार्टी उन्हें सरकार बनाने में समर्थन करेगी.