UP News: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्तार के परिवार ने सरकार व प्रशासन पर उसे जेल में जहर देकर मारने का आरोप लगाया है. वहीं, विपक्ष ने मुख्तार अंसारी की मौत को सांस्थानिक हत्या करार दिया है. इस बीच बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को जान से मारने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया है. वहीं, पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
‘अब तुझे ठोकना है, बच सके तो बच’
बांदा नगर कोतवाली पुलिस को दी शिकायत में बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने कहा, “29 मार्च को देर रात एक बजकर 37 मिनट पर किसी अज्ञात व्यक्ति का मेरे CUG नंबर पर फोन आया था. उसने मुझे धमकी देते हुए कहा था कि अब तुझे ठोकना है, बच सके तो बच ले. जब तक मैं कुछ बोलता, उसने फोन काट दिया.” वीरेश राज शर्मा का कहना है कि हालात को देखते हुए उस समय इसकी शिकायत नहीं की.
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कार्डियक अरेस्ट से मुख्तार अंसारी की मौत
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की गुरुवार, 28 मार्च को शाम करीब साढ़े 8 बजे तबीयत बिगड़ी थी. मुख्तार को उल्टी होने के बाद बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत हो गई. वहीं, माफिया के परिवार का कहना है कि उसे जेल में धीमा जहर देकर मारा गया है. बता दें कि मुख्तार ने भी कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर उसे जेल में धीमा जहर देने की बात कही थी.
अपराध की दुनिया का रहा बेताज बादशाह
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के खिलाफ 60 से अधिक मामले दर्ज थे. इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, गुंडा एक्ट, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, सीएलए एक्ट से लेकर एनएसए तक शामिल हैं. इनमें से उसे आठ मामलों में अंसारी को सजा हो चुकी थी.