UP Politics: हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने 240 सीटें जीती हैं, वो 2019 में 303 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. इसके बाद से पार्टी नतीजों की समीक्षा में जुटी है. इसी क्रम में रविवार को उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों को लेकर मंथन हुआ. इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा तक शामिल हुए.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी. इस दौरान पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने अपनी बात रखी. लेकिन यहां सबसे ज्यादा चर्चा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान की हो रही है. दरअसल, मौर्य ने अपने संबोधन में कहा था, “संगठन सरकार से बड़ा है, कोई व्यक्ति या सरकार संगठन से बड़े नहीं हो सकते.” इस बयान के बाद से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही कुछ सवाल भी सभी के जहन में उठ रहे हैं. जैसे, क्या भाजपा में सबकुछ ठीक चल रहा है? क्या मौर्य का इशारा मुख्यमंत्री की तरफ था?
CM ने कार्यकर्ताओं से ताकत दिखाने का किया आह्वान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं से राज्य की 10 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव पर फोकस करने की बात कही. वहीं, उन्होंने अति आत्मविश्वास को लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन का जिम्मेदार ठहराया है. सीएम योगी ने यह भी कहा कि जिस तरह से विपक्ष ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया, हम उसे काउंटर नहीं कर पाए. उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं से उपचुनाव में ताकत दिखाने का आह्वान किया है.
जेपी नड्डा ने कही ये बात
उधर, भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “2024 के चुनाव नतीजों ने बता दिया है कि कोई राजनीतिक दल अगर नार्थईस्ट में सक्षम है तो वह मध्य भारत में शून्य है, अगर कोई उत्तर भारत में सक्षम है तो वह दक्षिण में नहीं दिखाई देता है, अगर कोई सक्षम है पश्चिम भारत में तो पूर्व में उसका नाम ही नहीं है और अगर कोई सक्षम है मध्य में तो उसका उत्तर, पूर्व, पश्चिम व दक्षिण कहीं भी नाम नहीं है. भाजपा पैन इंडिया पार्टी है. उत्तर, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण व पूर्वोत्तर में अगर कोई पार्टी है तो भाजपा है.”
33 सीटों पर सिमटी भाजपा
लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को तगड़ा झटका लगा है. समाजवादी पार्टी ने राज्य की 37 सीटों को अपने नाम किया है. वहीं, भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं. बता दें कि भगवा पार्टी ने 2019 में अकेले 62 सीटें जीती थीं.