UP Politics: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का विस्तार मंगलवार, 5 मार्च को हो गया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने चार विधायकों (ओपी राजभर,अनिल कुमार,दारा सिंह चौहान, सुनील शर्मा) को मंत्री पद की शपथ दिलाई है. इनमें सबसे चर्चित नाम सुनील शर्मा का है. उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ की पसंद बताया जा रहा है.
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने ब्राह्मणों को साधने के लिए सुनील शर्मा को मंत्री बनाया है. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की कुल आबादी 12 फीसदी है, यह आबादी 10 से 12 लोकसभा सीटों पर गेमचेंजर साबित होती रही है.
कौन हैं सुनील शर्मा?
60 वर्षीय सुनील शर्मा साहिबाबाद से विधायक हैं. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन उम्मीदवार को 2 लाख 14 हजार से अधिक वोटों से हराया था. शर्मा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का करीबी माना जाता है. उनकी गिनती प्रदेश के बड़े ब्राह्मण नेताओं में होती है.
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तीसरी बार के विधायक
सुनील शर्मा तीसरी बार के विधायक हैं. सबसे पहले 15वीं विधानसभा में वह गाजियाबाद से जीते थे. उसके बाद 17वीं और 18वीं विधानसभा में वह साहिबाबाद की सीट से चुने गए. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन उम्मीदवार को 2 लाख 14 हजार से अधिक वोटों से हराया था. बता दें कि शर्मा पिछले विधानसभा चुनाव में यूपी में सबसे अधिक वोटों से जीते थे. उन्होंने अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज कराया था.
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अब यूपी में सरकार में होंगे कुल 22 मंत्री
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब यूपी सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. लखनऊ स्थित राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, रालोद विधायक अनिल कुमार, बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान और सुनील शर्मा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी राजभवन में मौजूद रहे.