UP Politics: उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. हालांकि अभी तारीख नहीं आई है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष ने उपचुनाव के लिए अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जमीन कब्जाने के बाद विपक्ष उत्साहित है. ऐसे में एक ओर जहां विपक्षी इंडिया ब्लॉक लोकसभा चुनाव के नतीजों को ही उपचुनाव का जनादेश बताने में जुट गई है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष के नेतृत्व में शनिवार को दो अहम बैठकें हुई, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे. बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों और भविष्य की बेहतर रणनीति बनाने पर चर्चा हुई.
सूत्रों ने बताया कि पहली बैठक बीएल संतोष, सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम मौर्य और पाठक, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश महासचिव (संगठन) धर्मपाल सिंह के बीच हुई. बंद कमरे में हुई इस बैठक में संतोष ने आगे की रणनीति और दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को जीतने को लेकर चर्चा की. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने बीएल संतोष को उपचुनाव जीतने के लिए पार्टी द्वारा उठाए जा रहे कदमों और रणनीति से अवगत कराया.
ये भी पढ़ेंः ‘जरूरत पड़ी तो आया कॉल…’, इंडिया गठबंधन पर बरसे चंद्रशेखर आजाद, बोले- नहीं जाएंगे विपक्ष के साथ
वहीं, बीएल संतोष ने दूसरी बैठक बीजेपी के छह क्षेत्रीय प्रमुखों और लोकसभा चुनाव के लिए इन क्षेत्रों के छह प्रभारियों के साथ की. इस बैठक में पार्टी को जिन संसदीय क्षेत्रों में हार मिली वहां के विधायकों की भूमिका पर चर्चा की गई. सूत्रों ने बताया कि पार्टी के वो विधायक जो अपने-अपने क्षेत्रों में पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों के लिए वोट हासिल करने में विफल रहे हैं, उन्हें 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने की संभावना है.
इन सीटों पर होने हैं उपचुनाव
बता दें कि करहल, मिल्कीपुर, मीरापुर, फूलपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मझवा और सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होने हैं. हालांकि अभी तारीख नहीं आई है, लेकिन दोनों गठबंधनों ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. 2022 के विधानसभा चुनाव में इनमें से पांच सपा, तीन बीजेपी, एक राष्ट्रीय लोक दल और एक निषाद पार्टी ने जीती थी. वहीं, हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक (सपा-कांग्रेस) ने राज्य की 80 में से 43 सीटों को अपने नाम किया है. जबकि भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं.