UP Politics: उत्तर प्रदेश के 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इसमें से एक सीट है मिल्कीपुर. यहां सपा के अवधेश प्रसाद विधायक थे, लेकिन अब वो सांसद बन गए हैं तो यहां सपा को किसी और उम्मीदवार को मैदान में उतारना होगा. अब अवधेश प्रसाद ने बड़ा दावा किया है.उन्होंने कहा है कि हमें मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 50 सीटें भी नहीं मिलेंगी.अगर मिली तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.
सीएम योगी ने खुद ली मिल्कीपुर की जिम्मेदारी
बता दें कि एक ओर जहां अवधेश प्रसाद के ऊपर अखिलेश की उम्मीदों पर फिर से खरा उतरने की जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई है. दरअसल, सीएम योगी ने मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी खुद ली है. ऐसे में अवधेश प्रसाद और सीएम योगी के बीच लड़ाई ने मिल्कीपुर के मुकाबले को रोमांचक बना दिया है.
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अवधेश प्रसाद के बेटे पर दांव लगा सकती है सपा
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद पर भरोसा जताया है. माना जा रहा है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद पर दांव लगा सकती है. दरअसल, मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर दलित और पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बड़ी आबादी है. यूपी चुनाव 2022 में अवधेश प्रसाद इस सीट को जीतने में कामयाब रहे थे. हालांकि, अब उनके सामने सपा की जीत के मोमेंटम को बरकरार रखने की है.
अयोध्या में निषाद समाज की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद से सपा पर भाजपा जबर्दस्त तरीके से हमलावर है. वहीं, सपा एक बार फिर मिल्कीपुर चुनाव में जीत का दावा कर रही है. फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सांसद ने सीएम योगी को खुला चैलेंज दिया है कि सपा का पीडीए सबपर भारी पड़ेगा. उन्होंने कहा है कि मिल्कीपुर में सपा को जीतने से कोई नहीं रोक सकता. भाजपा इस सीट से किसी को भी टिकट दे जीत सपा उम्मीदवार की ही होगी.