Haldwani Violence: 8 फरवरी की शाम को उत्तराखंड के हल्द्वानी में दंगाईयों ने जमकर उपद्रव मचाया था. हल्द्वानी के बनभूलपुरा (Banbhoolpura) इलाके में पुलिस थाने को घेरकर उपद्रवियों ने हमला किया और थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की भी कोशिश की थी. अतिक्रमण हटाने गई पुलिस प्रशासन पर भीड़ आक्रोशित हो गई और उनपर पथराव और पेट्रोल बम से हमले किए गए थे. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं कई पुलिसकर्मियों समेत 100 से ज्यादा लोग घायल हुए. इस हिंसा का अब्दुल मलिक( Abdul Malik) इस हिंसा का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. इस बीच बड़ी सूचना मिली है कि उत्तराखंड पुलिस ने अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि वह हिंसा के बाद से ही फरार था.
2.44 करोड़ की संपत्ति को पहुंची है क्षति
बताते चलें कि बनभूलपुरा में आठ फरवरी को हुए बवाल में उत्तराखंड पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक को बनाया गया था. नगर निगम और पुलिस प्रशासन जिस अतिक्रमण तोड़ने गया था, वह जगह हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक के ही कब्जे में थी. वहीं हिंसा के दौरान हुए पथराव और आगजनी में नगर निगम की 2.44 करोड़ की संपत्ति को क्षति पहुंची है. इसके बाद नगर निगम ने इसकी भरपाई के लिए अब्दुल को नोटिस भी भेजा था, लेकिन उसकी ओर से इसपर कोई जवाब नहीं मिला. भरपाई के लिए प्रशासन ने कुछ दिन का समय दिया है. ऐसे में जल्द अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी.
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27 फरवरी को होगी जमानत याचिका पर सुनवाई
वहीं हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तार के बाद जमानत याचिका भी दाखिल कर दी गई है. सेशन कोर्ट में हल्द्वानी एडीजे फर्स्ट की कोर्ट में अब्दुल मलिक के वकील की ओर से अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई है. बता दें कि 27 फरवरी को कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई होगी. बताते चलें कि अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने और आपराधिक साजिश रचने का मामला प्रशासन की ओर से भी दर्ज किया गया था.
42 उपद्रवी पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
इसके लिए नैनीताल पुलिस की ओर से 9 उपद्रवियों की पहचान करते हुए मुख्य आरोपियों के पोस्टर जारी किए गए थे. इसमें अब्दुल मलिक, तस्लीम, वसीम उर्फ हप्पा, अयाज अहमद, अब्दुल मोईद, रईस उर्फ दत्तू, शकील अंसारी, मौकिन सैफी और जिया उल रहमान का नाम और फोटो पोस्टर में जारी किए गए थे. हिंसा के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 42 उपद्रवियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्त में लिए लोगों के पास से अवैध हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए थे.