Acharya Pramod Krishnam News: कांग्रेस से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. ऐसे में एक बार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने फिर से कांग्रेस और सांसद राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को टुकड़े गैंग का साथी बता दिया है. अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस से निष्कासित किए गए नेता ने विश्वसनीयता को राहुल गांधी से जोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है.
राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर बोला बड़ा हमला
सोमवार, 1 अप्रैल को मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘जो कांग्रेस पार्टी वंदे मातरम् का उद्घोष किया करती थी, वह कांग्रेस आज देश के टुकड़े करने वालों के साथ खड़ी है. इससे उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होता है.’ वहीं राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि देश की जनता नरेंद्र मोदी की बात पर विश्वास करती है. जहां राहुल गांधी है, वहां विश्वसनीयता हो ही नहीं सकती.
"…जो कांग्रेस पार्टी वंदे मातरम् का उद्घोष किया करती थी, वो कांग्रेस आज देश के टुकड़े करने वालों के साथ खड़ी है…", पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर बोला हमला #Congressparty #AcharyaPramodKrishnam #RahulGandhi #VistaarNews pic.twitter.com/7G9GRLEcEl
— Vistaar News (@VistaarNews) April 1, 2024
कांग्रेस पार्टी अब समाप्ति की ओर- कल्कि पीठाधीश्वर
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब समाप्ति की ओर है. बीते दिन दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित विपक्षी ‘INDI’ गठबंधन की रैली पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसे देखकर महात्मा गांधी की आत्मा भी रो रही होगी. रामलीला मैदान में जो लोग इकट्ठा हुए थे वह अपने स्वार्थ और अस्तित्व को बचाने के लिए मोदी हटाओ एजेंडा चला रहे हैं.
पीएम मोदी मां भारती के सच्चे सपूत- आचार्य
आचार्य ने कहा कि यह लोग मोदी को इसलिए हटाना चाहते हैं कि वह मां भारती के सच्चे सपूत हैं. देश को विश्व गुरु बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जनता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने की ठान चुकी है. इसकी छटपटाहट इस रैली से साफ दिखाई पड़ रही. वहीं आयकर विभाग की ओर से कांग्रेस की कार्रवाई पर उन्हेंने कहा कि जिन्होंने देश का पैसा लूटा है उसने जांच एजेंसियां हिसाब मांग रही हैं, इसमें परेशानी क्या है?