Vistaar NEWS

Kedarnath Dham: केदारनाथ परिसर में रील्स बनाने वालों पर उत्तराखंड सरकार सख्त, 84 लोगों से वसूला इतना जुर्माना

Kedarnath Dham

केदारनाथ मंदिर

Kedarnath Dham Yatra: लोगों पर इन दिनों रील्स बनाने का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. यह नशा इस कदर बढ़ गया है कि लोग जगह की मर्यादा का ख्याल रखे बिना ही कहीं भी रील बनाने लग रहे हैं. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने ऐसे लोगों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है. केदारनाथ मंदिर परिसर में प्रदेश सरकार ने रील्स बनाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. केदारनाथ मंदिर परिसर में रील्स बनाने वाले लोगों की पहचान करके उनका चालान काटा जा रहा है. अबतक 84 रील्स बनाने वाले लोगों का चालान काटा जा चुका है. इससे सरकारी खजाने में 30 हजार रुपए इकट्ठा हुए हैं.

हुड़दंग मचाने वालों पर भी सरकार ने की कार्रवाई

बता दें कि चार धाम की यात्रा शुरू होते ही उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ मंदिर परिसर से पचास मीटर तक की दूरी में रील और फोटोग्राफी को पूरी तरह बैन कर दिया था. इसके बाद भी कई लोग नहीं मान रहे थे. ऐसे में सरकार ने कार्रवाई करते हुए मंदिर से 50 मीटर की दूरी तक वीडियोग्राफी और सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाने वाले ऐसे 84 लोगों पहचान कर उनका चालान काटा है. वहीं तीर्थ क्षेत्र में नशा करके हुड़दंग मचाने वालों पर भी एक्शन लेते हुए प्रशासन ने 59 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की. गौरतलब है कि, विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा में इस बार ज्यादा संख्या श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और अभी तक चार लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं.

यह भी पढ़ें: Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, सरकार ने VIP दर्शन पर लगी रोक को 31 मई तक बढ़ाया

‘किसी की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए’

गौरतलब है कि, 16 मई को उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं. इस दौरान देखने में आया है कि कई लोग ऐसे भी पहुंच रहे जो आस्था नहीं बल्कि केवल घूमने के लिए पहुंच रहे हैं. साथ ही उनकी कुछ लोगों की हरकतों की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है. उन्होंने आगे कहा कि इस बात का विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि यात्रा पर श्रद्धालुओं की आस्था को कोई ठेस न पहुंचा पाए. किसी की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए.न्होंने कहा है कि अगर नियमों का पालन नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Exit mobile version