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Uttarakhand: उत्तराखंड उपचुनाव में क्यों हार गई भाजपा? प्रदेश अध्यक्ष ने किया खुलासा

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट

Uttarakhand Politics: उत्तराखंड की मंगलौर और बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है. मंगलौर सीट बसपा विधायक के निधन से खाली चल रही थी. जबकि बद्रीनाथ सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी के भाजपा में शामिल होने की वजह से खाली हुई थी. इन दोनों सीटों के लिए मतदान 10 जुलाई को कराया गया था, जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की. वहीं, अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी की हार का खुलासा किया है.

महेंद्र भट्ट ने सोमवार को राज्य कार्यसमिति की बैठक में कहा, “लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बावजूद हम बद्रीनाथ हारे गए, भाजपा से हुई चूक और गलती को सुधारने के लिए की समीक्षा जाएगी.” उन्होंने कहा, “मंगलौर विधानसभा सीट पर, जहां हम तीसरे स्थान के लिए या अपनी जमानत बचाने के लिए लड़ते थे, हम सिर्फ 422 वोटों से हार गए. जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर अंत तक प्रत्येक राउंड में सिर्फ 200-300 वोटों का अंतर था. हम इसका भी आकलन करेंगे.” इस दौरान भट्ट ने माना कि हार की मुख्य वजह अन्य दलों से आए नेताओं को प्राथमिकना देना भी है. उन्होंने कहा कि यह एक “गलती” थी.

उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उपचुनावों पर कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए और बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनी है और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं. उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटें हैं, हम वहां से बड़े अंतर से जीते हैं. मैं सभी कार्यकर्ताओं, जनता का धन्यवाद करता हूं.”

मंगलौर में जीती कांग्रेस, बीजेपी से हुई टक्कर

मंगलौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने 422 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. निजामुद्दीन को 31,727 वोट मिले. वहीं, बीजेपी के करतार सिंह भड़ाना 31,305 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. बसपा ने उबैदुर रहमान मोंटी को चुनावी मैदान में उतारा था. वह 19,559 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

बद्रीनाथ में भी बीजेपी की हार

बद्रीनाथ में कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला ने जीत दर्ज की है. उन्हें 27696 वोट मिले हैं. वहीं, बीजेपी के राजेंद्र सिंह भंडारी 22601 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे.

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