सोने की छेनी, चांदी की हथौड़ी...इस मुहूर्त में तैयार हुई रामलला की आंखें
राम मंदिर ट्रस्ट के निर्देश के मुताबिक ही रामलला की प्रतिमा की 51 इंच की लंबाई का रखा गया.
मंदिर में स्थापित मूर्ति को अरुण योगीराज ने बनाया है.
इस मूर्ति को बनाने में लगभग 8 महीने का समय लगा है.
मूर्ति बनाने से पहले अरुण ने किताबों के साथ रामायण के श्लोक पढ़े.
भगवान रामलला के नेत्र को बहुत ही विशेष मुहूर्त में तैयार किए गए.
सोने की छेनी और चांदी की हथौड़ी से भगवान की आंखे गढ़ी गईं.
अयोध्या के संस्कृति और संगीत के विद्वान सुमधुर शास्त्री ने इसे पहले दिन बनते देखा.