गुरु घासीदास के अनमोल विचार, समाज में जगाई समरसता और समानता की अलख

सत्य ही ईश्वर है, ईश्वर ही सत्य है.

सभी धर्मों का आदर करो.

समाज को शिक्षित और संगठित करो.

गुरु और अतिथियों का सम्मान करो.

जीव हत्या पाप है.

जाति भेदभाव नहीं करना है. 

सत्य को आचरण पर उतारें.

सादा जीवन व्यतीत करें.

 सभी जीव समान हैं.