आम पटाखों से किस तरह अलग होते हैं Green Crackers?

 ग्रीन पटाखे कम प्रदूषण फैलाते हैं और सेहत के लिए कम  हानिकारक होते हैं.

ग्रीन पटाखे पारंपरिक पटाखों की तुलना में 30% कम प्रदूषक छोड़ते हैं और इनसे कम शोर उत्पन्न होता है.

भारत में ग्रीन पटाखों की तीन कैटेगरी - SWAS, STAR, और SAFAL हैं, जो CSIR द्वारा विकसित की गई हैं.

ग्रीन पटाखों पर CSIR NEERI का लोगो और क्यूआर कोड होता है.

जिसे स्कैन कर असली ग्रीन पटाखों की पहचान की जा सकती है.

ग्रीन पटाखे हमेशा लाइसेंस प्राप्त और सरकारी मान्यता प्राप्त दुकानों से ही खरीदने चाहिए.

नकली ग्रीन पटाखे प्रदूषण बढ़ा सकते हैं, इसलिए असली और नकली पटाखों में अंतर करना बेहद जरूरी है.