न्यूक्लियर बम टेस्टिंग साइट का कैसे होता है चुनाव? जानें
एक्सपर्ट्स के अनुसार, परमाणु परीक्षण के लिए जगह का चुनाव बेहद सावधानी के साथ किया जाता है.
टेस्टिंग साइट चुनते समय भूवैज्ञानिक स्थिरता, पानी की गहराई और आबादी से दूरी का विशेष ध्यान रखा जाता है.
टेस्टिंग साइट आमतौर पर भूकंप रहित और मजबूत चट्टानों वाली जगहों पर बनाए जाते हैं ताकि रेडिएशन का खतरा न हो.
अमेरिका ने सबसे पहले न्यूक्लियर टेस्ट किया था और अब तक 1992 के बाद कोई परीक्षण नहीं किया है.
भारत ने 1974 और 1998 में राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किए और उसके बाद नहीं किया.
अब तक नौ देश परमाणु हथियार संपन्न हैं, जिनमें इज़रायल ने कभी सार्वजनिक परीक्षण नहीं किया.
भारत में न्यूक्लियर प्लांट्स NPCIL बनाती है और इन्हें आबादी से दूर, पानी के इलाकों में नहीं बनाया जाता है.