जानिए क्या है ऑटो ब्रीवरी सिंड्रोम, बिना शराब पिए होता है नशा 

ऑटो ब्रीवरी सिंड्रोम एक हेल्थ कंडीशन है जिसमें शरीर खुद ही शराब  बनाने लगता है.

इस सिंड्रोम से प्रभावित व्यक्ति हर समय नशे में रहता है, भले ही उसने शराब नहीं पी हो.

इसकी वजह से व्यक्ति को फैसले लेने में परेशानी होती है और उसकी हालत बिगड़ती जाती है.

यह सिंड्रोम किसी भी उम्र में हो  सकता है.

शरीर में यीस्ट कार्बोहाइड्रेट को शराब में बदलती है.

इसके लक्षण सभी में एक जैसे होते हैं, जो नशेड़ी के होते हैं.

इसके इलाज में एंटिफंगल दवाएं का उपयोग होता है और कार्बोहाइड्रेट की कमी करने की सलाह दी जाती है.

यह सिंड्रोम खासकर खराब पोषण, एंटीबायोटिक दवाओं और कमजोर इम्यूनिटी के कारण हो सकता है.