जानिए क्या है अंटार्कटिक संधि, जिसकी भारत कर रहा है मेजबानी
कोच्चि में 30 मई तक 46वीं
अंटार्कटिक संधि
परामर्शदात्री बैठक होगी, जिसमें 56 देश हिस्सा ले रहे हैं.
विशेष रूप से अंटार्कटिक टूरिज्म पर सख्ती की चर्चा हो सकती है.
पचास के दशक में कई देशों ने अंटार्कटिक पर अपना दावा किया, जिससे विवाद उत्पन्न हुए.
दुनिया ने अंटार्कटिक पर संघर्ष से बचने के लिए एक संधि की कोशिश की, जिसमें भारत की अहम भूमिका रही.
1957-58 के बीच 12 देशों ने मिलकर अंटार्कटिक संधि पर हस्ताक्षर किए.
वर्तमान में संधि में शामिल 56 देशों में से 29 के पास कंसल्टेटिव पार्टी का अधिकार है.
अंटार्कटिक की बर्फ तेजी से पिघल रही है, जिससे समुद्र के भीतर स्लोडाउन के हालात बन रहे हैं.
बर्फ पिघलने से समुद्र के भीतर पोषण और ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी.