Sheena Rani: जानिए कौन हैं DRDO  की 'दिव्य पुत्री' 

भारत ने 'मिशन दिव्यास्त्र' के तहत MIRV टेक्नोलॉजी के साथ अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. 

अग्नि-5 की क्षमता 5,000 किलोमीटर है, जो भारत की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.

शीना रानी महिला वैज्ञानिक ने 'मिशन दिव्यास्त्र' का नेतृत्व किया है और अग्नि मिसाइल सिस्टम पर काम किया है.

शीना रानी को 'दिव्य पुत्री' के नाम से जाना जा रह है. 

उन्होंने अग्नि सीरीज की सभी मिसाइलों के लॉन्च कंट्रोल सिस्टम पर  काम किया है.

उनके पति भी मिसाइलों पर काम करते थे और उन्हें डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की प्रेरणा मिली थी.

 शीना ने तिरुवनंतपुरम में इंजीनियरिंग कॉलेज में पढाई की और नागरिक रॉकेटरी प्रयोगशाला में काम किया.

शीना की मां ने उन्हें और उनकी बहन को पाला-पोषा और वे अपनी माँ को अपना स्तंभ मानती हैं.