दो भाग में क्यों कटी होती है सांप की जीभ? जानिए

सांप विश्व के सबसे जहरीले जीवों में से एक है. दुनियाभर में हर जगह अलग-अलग प्रजाति के सांप पाए जाते हैं.

विभिन्न प्रजाति के होने के बाद भी सांपों की जीभ सबसे कॉमन होती है. उनकी जीभ दो भागों में कटी होती है.

लंबे समय से ही सांपों की दो भाग में बंटी जीभ वैज्ञानिकों के साथ-साथ लोगों के लिए चर्चा का विषय रही है.

यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट के प्रोफेसर कर्ट श्वेंक के मुताबिक, सांप की जीभ की बनावट का संबंध डायनासोर के जमाने से है. 

कट श्वेंक के मुताबिक, डायनासोर जैसे विशाल जीव के पैरों के नीचे आने से बचने के लिए सांप गड्ढे या बिल में छिपकर रहते हैं.

सांपों की जीभ उनके लिए में एक प्रकार के सुरक्षा कवच और नाक का काम करती है. वाे इससे अंधेरे में चल पाते हैं.

सांप जब अपनी जीभ को बाहर हवा में लहराता है तो बाहर की गंध के कण जीभ पर चिपक जाते हैं.

ऐसा करने से वो पता लगा लेते हैं कि आगे क्या है या क्या हो सकता है. सांप की जीभ उसके लिए इंसान के कान की तरह काम करती है.

सांप इससे प्रजनन के लिए मादा की गंध पहचानता है. इस जीव के सर्वाइवल के लिए उसकी जीभ एक बहुत जरुरी हिस्सा है.