बस्तर गोंचा महापर्व क्या है? 600 साल पुराना है इतिहास

बस्तर गोंचा, छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में मनाया जाने वाला महापर्व है

ये जगदलपुर, बस्तर में जगन्नाथ मंदिर से शुरू होता है, और रथयात्रा के रूप में मनाया जाता है

1408 ई. में बस्तर के राजा पुरुषोत्तम देव ने जगन्नाथ पुरी से रथ लाकर इसकी शुरुआत की

भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा, और बलभद्र के तीन रथ मंदिर से सिरहासार भवन (जनकपुरी) तक परिक्रमा करते हैं

बांस की छोटी बंदूक (तुपकी) से पेंग औषधि के साथ भगवान को सलामी दी जाती है

पर्व की शुरुआत चंदन स्नान से होती है, इसके बाद 15 दिन तक देवता "बीमार" माने जाते हैं

गोंड, मुरिया जैसी आदिवासी जनजातियां और गैर-आदिवासी इस पर्व में एकजुट होकर भाग लेते

बस्तर गोंचा का इतिहास 600 साल से भी ज्यादा पुराना है