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इशाक डार से मिले मार्को रुबियो, पहलगाम हमले के तीन महीने बाद हुई मुलाकात, बातचीत के एजेंडे में भारत-पाक रिश्ते भी शामिल

America-Pakistan

मार्को रुबियो से मुलाकात करते हुए इशाक डार

America-Pakistan: 25 जुलाई को वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की. यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद हुई, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी. इस हमले को भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फोर्स’ (TRF) से जोड़ा, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा है. इस पृष्ठभूमि में रुबियो और डार की मुलाकात ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचा.

रुबियो ने की पाक की तारीफ

रुबियो ने बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की भूमिका की सराहना की और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए उसके प्रयासों का धन्यवाद किया. उन्होंने विशेष रूप से हाल ही में अमेरिका द्वारा TRF पर लगाए गए प्रतिबंधों का जिक्र किया, जिसे आतंकवाद के खिलाफ एक साझा कदम बताया. हालांकि, भारत ने इस तारीफ पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, क्योंकि उसका मानना है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है. रुबियो ने डार से क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए और ठोस कदम उठाने का आग्रह किया, खासकर भारत के साथ तनाव को कम करने के लिए.

भारत-पाक तनाव और अमेरिका की भूमिका

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाया, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करने का निर्णय भी शामिल है. डार ने इस मुलाकात में भारत-पाक तनाव को कम करने में अमेरिका की कथित मध्यस्थता की सराहना की. हालांकि, भारत ने बार-बार स्पष्ट किया है कि युद्धविराम और तनाव में कमी सैन्य कमांडरों की बातचीत से हुई, न कि अमेरिकी हस्तक्षेप से. भारत ने इस मुलाकात को अमेरिका की ‘दोहरी नीति’ के रूप में देखा, क्योंकि एक तरफ अमेरिका भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की बात करता है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान को साझेदार बताता है.

व्यापार और आर्थिक साझेदारी

अमेरिका और पाक की इस बैठक में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर जोर दिया. खनिज क्षेत्र में सहयोग, तकनीकी साझेदारी और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. डार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क्षेत्रीय शांति और आर्थिक सहयोग के प्रयासों की प्रशंसा की. दोनों देशों ने भविष्य में व्यापारिक समझौतों और निवेश के अवसरों को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई.

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भारत की प्रतिक्रिया

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया था. रुबियो की पाकिस्तान की तारीफ ने भारत में विवाद पैदा किया, क्योंकि भारत का मानना है कि हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादी अभी भी पाकिस्तान में सक्रिय हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मुलाकात पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है.

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