Operation Sindoor: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक न्यूज़ चैनल के शो में विदेश गए सर्वदलीय डेलिगेशन से भारत को क्या कुछ हासिल हुआ इसपर बात की. 7 डेलिगेशन में से ओवैसी एक का हिस्सा रहे हैं, जो दुनिया में पाकिस्तान को बेनकाब करके लौटा है. उन्होंने संसदीय डेलिगेशन की सफलता, देश की सियासत, भारत की विदेशी नीति, ट्रंप के दावों और पाकिस्तान पर खुलकर अपनी बात रखी.
ओवैसी बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाले डेलिगेशन का हिस्सा थे, जो अल्जीरिया, सऊदी अरब, कुवैत और बहरीन गए. इनका मिशन था, पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन को उजागर करना. टेरर फंडिंग पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाना और पाकिस्तान को FATF ग्रे लिस्ट में वापस लाने की मांग करना. साथ ही भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को वैश्विक समर्थन दिलाना.
ओवैसी का पाकिस्तान पर हमला
ओवैसी ने साक्षात्कार में पाकिस्तान को ‘तकफिरी विचारधारा का केंद्र’ करार दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन, जैसे दाएश और अल-कायदा, वैचारिक रूप से एक जैसे हैं और गलत धार्मिक व्याख्या के आधार पर आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं. ओवैसी ने जोर देकर कहा- ‘पाकिस्तान खुद को इस्लामिक देश बताता है, लेकिन यह सब बकवास है. भारत में 20 करोड़ मुसलमान हैं, जो देश की ताकत हैं.’
शो में ओवैसी से सवाल पूछा गया कि डेलिगेशन से भारत को हासिल क्या हुआ? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा- ‘हम जिस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे, वो बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया गया. सऊदी अरब में 40 देशों का एक संगठन है. हमारे संविधान में लिखा है ‘we the people’. ये हमारी ताकत है. प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने मजबूती से अपनी बात रखी. उम्मीद है कि बीजेपी की सरकार इस ताकत को माने और इसे और मजबूत करे.
पाकिस्तान ‘मुस्लिम कार्ड’ खेलता है- ओवैसी
इसके बाद उनसे ये पूछा गया कि इस डेलिगेशन के जरिए जहां गए वहां विक्टिम कार्ड खेलने वाले पाकिस्तान को हरा पाए? इस पर ओवैसी ने कहा- ‘पाकिस्तान मुस्लिम देश होने का कार्ड इस्तेमाल करता है. भारत हर धर्म को मानता है. भारत के संविधान में हर धर्म को स्थान है. पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा झूठा इसलिए है क्योंकि आप बलोच पर हमला करते हैं. तालिबान से भी इनका झगड़ा है. वो भी मुसलमान हैं. पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा आसिम मुनीर ने एक्सपोज कर दिया है. जो तस्वीर अपने प्रधानमंत्री को उन्होंने दी वो चीन की आर्मी ड्रिल की थी. पाकिस्तान एक फेल नेशन है. हम जितने लोग डेलिगेशन में गए, सभी ने बताया कि हम लोग आतंकवाद के विक्टिम हैं, जो पाकिस्तान फैलाता है. हमने टीआरएफ के बारे में भी बताया. जब संसद का सत्र शुरू होगा तो सरकार को ये जवाब देना होगा कि सिक्योरिटी लैप्स कैसे हुआ.’
कश्मीर के मुद्दे पर भीत बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि हम पाकिस्तान के बराबर नहीं हैं. ये हमला पाकिस्तान की तरफ से हुआ है, जाहिर उनका जिक्र करना होगा. अफसोस ये है कि ट्रंप व्हाइट हाउस में बैठकर बोले जा रहे हैं कि सीजफायर मैंनै कराया है.
ओवैसी से जब ये पूछा गया कि विपक्ष कह रहा है कि डेलिगेशन से बड़े अधिकारियों और राष्ट्राध्यक्षों ने बात नहीं की, ये डेलिगेशन केवल छुट्टी मनाने गया था.’ इस पर ओवैसी ने ऐसा कहने वालों को जमकर लताड़ लगते हुए कहा- ‘ऐसा कहने वालों को किसी डेलिगेशन का हेड बना देते. हम लोग तफरी करने नहीं गए थे. ये आसान काम नहीं था. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने का मौका मिला.’
