Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बड़बोलेपन के लिए जाने जाते हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों के बीच सीजफायर करवाने और जंग रुकवाने की बात करते हैं. भारत को लेकर भी उनके बयान सामने आते रहे हैं. पहले उन्होंने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने संघर्ष विराम करवाया है. अब वे कह रहे हैं कि भारत, रूस से तेल नहीं खरीदेगा.
जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान किया दावा
ट्रंप ने शुक्रवार (17 अक्टूबर) को व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया है, उन्होंने कहा कि भारत अब रूसी तेल नहीं खरीदेगा. पहले तेल के आयात को कम कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मैं पहले भारत की तेल खरीदी को लेकर खुश नहीं था. उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे. हालांकि इस बारे में अब तक भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
ट्रंप के हंगरी पर बदले सुर
जहां एक ओर डोनाल्ड ट्रंप भारत को रूस से तेल आयात करने के लिए हतोत्साहित कर रहे हैं और बार-बार जोर डाल रहे हैं. वहीं यूरोपियन और NATO देश हंगरी के लिए उनके सुर नरम हैं. एक पत्रकार ने ट्रंप से सवाल पूछा कि हंगरी कच्चे तेल के लिए काफी हद रूस पर निर्भर हैं. इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हंगरी अटक सा गया है, क्योंकि उनके पास वर्षों पुरानी पाइपलाइन है. समुद्र भी नहीं है. उनके लिए तेल हासिल करना कठिन काम है.
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इसके साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि नाटो देश रूस कच्चा तेल खरीदना बंद कर दें तो वे टैरिफ और कूटनीति की मदद यूक्रेन युद्ध रुकवा सकते हैं. हर मंच की तरह भी इस बार भी ट्रंप ने दावा करते हुए भारत का नाम लिया. पीएम मोदी की तारीफ की. पहले भी वे प्रधानमंत्री की तारीफ कर चुके हैं, उन्हें महान बता चुके हैं.
