Ramzan: रमजान में चुनाव प्रचार कर रहे मुस्लिम उम्मीदवार, हल्का खाना, इंडोर मीटिंग और छोटे भाषण समेत इन बातों का रख रहे ध्यान
Ramzan: लोकसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग में अब दो हफ्ते से भी कम का वक्त बचा हुआ है. वोटिंग के पहले देश में सियासी पारा चढ़ना शुरू हो गया है. खासतौर पर पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल इलाकों में रमजान के दौरान चुनाव प्रचार पूरे जोर शोर से चल रहा है. ऐसे में रमजान के दौरान मुस्लिम उम्मीदवार को उपवास कर रहे हैं. उन्हें अभियान को व्यवस्थित करना पड़ रहा है और अपने खाने पान में बदलाव करना पड़ रहा है.
प्रचार अभियान के दौरान धूप में घर-घर जाने की बजाय उम्मीदवार पार्टी लाइन से ऊपर उठकर इनडोर बैठकों को विक्लप चुन रहे हैं. अगर उन्हें रमजान के दौरान भोजन और पानी से परहेज करते हुए दिन के वक्त बाहर धूम में जाना पड़ता है तो उम्मीदवार तंबू में छोटी सभाओं के साथ ही नुक्कड़ बैठकों पर जोर दे रहे हैं. इस दौरान वह अपने भाषण को छोटा रखने का प्रयास कर रहे हैं और औसतन पांच मिनट बोल रहे हैं.
10 अप्रैल को खत्म हो सकता है रमजान
मुस्लिम उम्मीदवार केवल शाम के वक्त सड़कों या बाजारों में निकल रहे हैं जब समुदाय के सदस्य इफ्तार के बाद अपना उपवास तोड़कर घरों से बाहर निकलते हैं. इन दिनों उम्मीदवारों के मेनू में खिचड़ी और दलिया जैसे हल्के भोजन और दिन के वक्त खजूर, जूस और फल ले रहे हैं. गौरतलब है कि रमजान का महीना 12 मार्च को शुरू हुआ था, जबकि आगामी 10 अप्रैल को खत्म होने की संभावना है.
अगर चांद 10 अप्रैल को दिखता है तो ईद-उल-फितर 11 अप्रैल को होगी. जबकि 19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन 20 मार्च से शुरू हुआ था. इस चरण के दौरान पश्चिमी यूपी की आठ सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी. इन आठ सीटों में से सात सीटों पर मुस्लिम आबादी अच्छी खासी संख्या में है.
जिन आठ सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होने वाली हैं उनमें रामपुर, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, मुरादाबाद और बिजनौर शामिल हैं. रामपुर में करीब 52 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं. रामपुर से सपा उम्मीदवार मोहिब्बुल्लाह नदवी ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वह अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं और रोजाना पांच बार की नमाज अदा करना न भूलें.