Bastar: छत्तीसगढ़ की ‘खूबसूरती की शान’ बस्तर में अब आने-जाने वाले यात्रियों को महानगरों जैसी सड़कों की सुविधा मिलेगी. अब यहां फोरलेन पेव्ड शोल्डर तकनीक से हाई स्पीड 387 KM लंबी सड़क निर्माण को मंजूरी मिल गई है. यह मंजूरी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी है. सड़क धमतरी से जगदलपुर-सुकमा-कोंटा मार्ग को हाई स्पीड सड़कों से जोड़ा जाएगा.
केंद्र से मिली 387 KM लंबे फोरलेन की मंजूरी
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने धमतरी से जगदलपुर-सुकमा-कोंटा मार्ग को फोरलेन बनाने की मंजूरी दे दी है. इससे यात्रा आसान होने के साथ-साथ सड़क हादसों में भी कमी आएगी. धमतरी से जगदलपुर तक 216 KM और जगदलपुर से कोंटा तक 170 KM सड़क का निर्माण होगा. NH-30 पर कुल 387.100 किमी सड़क दो हिस्सों में बनेगी. फोरलेन पेव्ड शोल्डर तकनीक से निर्मित यह सड़क टिकाऊ और तेज गति वाली होगी.
3 घंटे में जगदलपुर से कोंटा का सफर
वर्तमान में केशलूर से सुकमा तक की सड़क की हालत बहुत खराब है, जिसमें हजारों गड्ढे हैं. नई सड़क बनने से ये समस्याएं खत्म हो जाएंगी और जगदलपुर से कोंटा का 6 घंटे का सफर 3 घंटे में पूरा होगा. रायपुर-धमतरी फोरलेन की तर्ज पर इस मार्ग में बॉक्स ब्रिज और फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे, जिससे रायपुर आने-जाने में समय की बचत होगी.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र से गुजरेगी सड़क
जगदलपुर-सुकमा मार्ग में केशलूर से दरभा का हिस्सा सबसे खराब है. कांगेर घाटी नेशनल पार्क से होकर गुजरने वाली देश की इस इकलौती एनएच की स्थिति अब सुधरेगी. दशकों से खस्ताहाल सड़क के कारण लोगों को कई परेशानियों और हादसों का सामना करना पड़ रहा था. यह सड़क जगदलपुर से कोंटा के बीच कई नक्सल प्रभावित गांवों से होकर गुजरेगी. नक्सल क्षेत्र में पहली बार ऐसी सड़क बनेगी, जिसके लिए कई चुनौतियों का सामना करते हुए बस्तर को बेहतर सड़क देने की शुरुआत हो चुकी है.
DPR तैयार, प्रोजेक्ट को मंजूरी
NH -30 पर आमागुड़ा के पास महाराणा प्रताप चौक पर सड़क हादसों को रोकने के लिए फ्लाईओवर को भी मंजूरी मिली है. हालांकि, फ्लाईओवर के निर्माण की प्रक्रिया अभी तय नहीं हुई है. इसके लिए सर्वे को मंजूरी दी गई है और डीपीआर तैयार करने का काम शुरू हो चुका है. सही एलाइनमेंट तय होने के बाद फ्लाईओवर सहित सड़क निर्माण को अंतिम मंजूरी दी जाएगी.
