CG News: बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव के इलाज से दूसरी मौत का मामला सामने आया है. तोरवा क्षेत्र के रहने वाले सुरेश डूडेजा ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन और फर्जी डॉक्टर पर अपने पिता भगत राम की मौत का आरोप लगाया है. जिसकी डिग्री पर सवाल को लेकर बिलासपुर की पुलिस में धारा 420 यानी ठगी के तहत मामला दर्ज किया है.
फर्जी डॉक्टर के इलाज से भगत राम की हुई थी मौत
फर्जी डॉक्टर ने बिलासपुर के 58 वर्षीय भगत राम का भी इलाज किया था. उनके बेटे ने सुरेश ने बताया कि उनके पिता को पेट दर्द होने पर साल 2006 में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तब उन्हें अपोलो अस्पताल ने डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव से अपॉइंटमेंट लेने और इलाज करने का पर्ची थमाया. सुरेश बताते हैं पिता को पेट दर्द था लेकिन आरोपी डॉक्टर ने साइन का इलाज शुरू कर दिया और दूसरे ही दिन उनके पिता भगत राम की मौत हो गई. वे काफी दुखी थे इसलिए उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि वह क्या करें, लेकिन जब यह बात सामने आई कि बिलासपुर में कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मौत में उस फर्जी डॉक्टर विक्रमादित्य यादव का हाथ है, तब उन्हें इस बात का भरोसा हो गया कि उनके पिता की मृत्यु भी इस डॉक्टर के इलाज से हुई है. वहीं उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिलासपुर की स्थानीय अधिकारियों के अलावा पुलिस से की है. पुलिस का दावा है कि पूरे मामले की जांच चल रही है.
परिवारवालों ने की फांसी देने की मांग
वहीं भगत राम की पत्नी लीलाबाई भी पति की मृत्यु का कारण अपोलो अस्पताल को बता रही है. कहती है उनसे बड़ी गलती हो गई थी जो उन्होंने बड़ा अस्पताल है कहकर अपोलो में पति का इलाज करवाया और गलत डॉक्टर के हाथों इलाज से उनके पति की मृत्यु हो गई. साल 2006 में हुई इस घटना का दुख होने आज भी है क्योंकि उनका परिवार इस घटना को अब हत्या बताने लगा है. यही वजह है कि डॉक्टर को फांसी देने की मांग उठ रही है.
पूर्व स्पीकर की भी हुई थी मौत
कांग्रेस के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल की मौत के मामले में बिलासपुर पुलिस ने अपोलो प्रबंधन और डॉ नरेंद्र विक्रमादित्य यादव के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है.
