Bilaspur: छत्तीसगढ़ के बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स (CIMS) से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मर चुके इंसान के नाम पर जिंदा लोगों से पैसा वसूला गया. मृतक के परिजन, जो अपने पिता की लाश तक के लिए तरस रहे थे, उनसे पोस्टमार्टम कराने के नाम पर पुलिस और सफाईकर्मियों ने खुलेआम रिश्वत मांगी.
पोस्टमार्टम के नाम पर वसूली, Video वायरल
वहीं इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक बेटे की बेबसी साफ दिखती है, जहां वह अपने पिता का शव लेने के लिए खाकीधारी से हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहा है, लेकिन दया की जगह उससे 500 रुपए की मांग की जाती है. आरोप सीधे सिम्स चौकी प्रभारी ढोला राम मरकाम पर लगे हैं, जिन्होंने पंचनामा की प्रक्रिया के नाम पर पैसों की डिमांड की.
छत्तीसगढ़ | बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम के नाम पर मांगी गई रिश्वत
— Vistaar News (@VistaarNews) November 10, 2025
◆ सड़क हादसे में घायल होने के बाद सिम्स में इलाज के दौरान हुई थी
◆ पुलिस कर्मी 500 और सफाईकर्मी ने मांगे 300 रुपए#Chhattisgarh #Bilaspur #Corruption #CGNews #viralvideo pic.twitter.com/BI5WCVTWei
परिजनों ने लगाया आरोप
इसी के साथ मरच्यूरी के सफाईकर्मी राकेश मौर्य पर भी परिजनों से 300 रुपए की मांग करने का आरोप है. यह पूरा मामला उस समय का है, जब कोटा ब्लॉक के रिंगरीगा निवासी गणेश सिंह सरटीया (64) की सड़क हादसे में घायल होने के बाद सिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, लेकिन परिजन शव लेने से पहले भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गए.
ये भी पढ़ें- CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में पारा लुढ़कने से बढ़ी डंठ, इन जिलों में चलेगी शीतलहर, IMD ने जारी किया अलर्ट
ये है पूरा मामला?
बेबस बेटा भारत सिंह सरटीया गांव में लोगों से पैसे मांगता फिरता रहा, ताकि अपने पिता की लाश को घर ले जा सके. विडंबना यह कि यह सब सिम्स प्रबंधन और पुलिस की आंखों के सामने हुआ, फिर भी किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की. मीडिया में मामला आने की भनक लगते ही जल्दबाजी में शव परिजनों को सौंप दिया गया.
