CG Local Body Election: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव हो चुका है. वहीं अब प्रदेश की जनता को 15 फरवरी का इंतजार है. जब निकाय चुनाव का रिजल्ट आएगा. लेकिन उसके पहले बिलासपुर की जनता ने बताया कि शहर में किसकी सरकार बनेगी. और इसके पीछे क्या समीकरण है.
बिलासपुर में बीजेपी का पलड़ा भारी – जनता
बिलासपुर नगर निगम में BJP की पूजा विधानी और कांग्रेस के प्रमोद नायक, दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे है, लेकिन बिलासपुर की जनता भाजपा प्रत्याशी पूजा विधानी के साथ ज्यादा नजर आ रही है. सीधा सा मामला यह है कि लोगों का कहना है यदि पेड़ की जड़ मजबूत होगी तो पत्तों तक उसका असर होगा यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और लोग चाहते हैं बिलासपुर में भारतीय जनता पार्टी का मेयर भी हो. तभी बिलासपुर का विकास संभव होगा.
5 साल कांग्रेस का महापौर, खींचतान का कार्यकाल
बिलासपुर में इससे पहले कांग्रेस के महापौर थे. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद कांग्रेस महापौर रामशरण यादव और शासन दोनों आमने-सामने आ गए. विकास रुक गया और नगर निगम के अधिकारियों ने मेयर का सुनना बंद कर दिया. कुल मिलाकर जनता यह जान गई कि अब जब तक कांग्रेस के महापौर रहेंगे तब तक बिलासपुर में बुनियादी सहोलियतों का अभाव बरकरार रहेगा. नगर निगम में 5 साल की स्थिति ऐसी रही के कई बार मिट्टी की बैठक तक नहीं हो पाई. महापौर चिट्ठी बाजी करते रहे लेकिन उनकी मीटिंग में कोई नहीं पहुंचा. इसके अलावा भी यदि कांग्रेस के महापौर के कार्यकाल को देखें तो उन्होंने बिलासपुर के विकास को लेकर कोई खास काम नहीं किया है. कभी फंड का अभाव तो कभी मेयर और नगर निगम आयुक्त के बीच खींचतान चलती रही। इस बीच बिलासपुर की जनता का सपना टूटा चला गया और आज बिलासपुर स्मार्ट सिटी होने के बावजूद कई कमियों से जूझ रहा है. बिलासपुर में अरपा नदी की सफाई बड़ा मुद्दा है. इसके पानी को शुद्ध करना और शहर में चहुमुखी विकास होना आवश्यक है. कुल मिलाकर बिलासपुर की जनता उन्हें पुनः रिपीट करना नहीं चाहती. यही वजह है कि लोग बीजेपी को मौका देना चाह रहे हैं.
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ये है बड़ी बातें
सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने बिलासपुर में बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल को महापौर कैंडिडेट तय करने और बिलासपुर को जीतने का जिम्मा सौंपा है. यही वजह है की विधायक और महापौर एक रहेंगे तो बिलासपुर का विकास भी आगे की ओर जाएगा. इसी उम्मीद के साथ ज्यादातर लोगों ने बीजेपी के कैंडिडेट पूजा विधानी को वोट किया है. बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल दावा कर रहे हैं कि उनका मेयर चुनकर आता है तो बिलासपुर को भी 100 देश में नाम दिलवाएंगे और यहां मूलभूत सुविधाओं के अलावा अन्य विकास के काम भी आगे बढ़ेंगे.
18 पंचायत में सुविधा नहीं
बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान शहर से लगे 18 गांव को बिलासपुर का हिस्सा बनाया गया। पहले बिलासपुर में 45 वार्ड थे लेकिन यह 70 वार्ड का शहर बन गया. नगर निगम इन्होंने 18 पंचायत से टैक्स तो ले रहा है लेकिन सड़क नाली बिजली पानी जैसी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. क्षेत्रीय विधायक भी सुविधा दिलाने में फेल हैं. जिसके कारण लोगों में आक्रोश है. यहां लगभग 50000 से ज्यादा वोटर है. वे इस उम्मीद में है कि इस बार बीजेपी के मेयर आएंगे तो उनके क्षेत्र का विकास होगा.
