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Chhattisgarh: नन की गिरफ्तारी पर सियासत, प्रियंका गांधी समेत इंडी गठबंधन के सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन

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नन की गिरफ्तारी संसद के बाहर प्रदर्शन

CG News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों की गिरफ्तारी का मामला बढ़ता जा रहा है. इस मामले में सड़क से लेकर संसद तक हंगामा हो रहा है. इसी बीच प्रियंका गांधी, हिबी ईडन, केसी वेणुगोपाल और अन्य कांग्रेस सांसदों ने तस्करी और धर्म परिवर्तन के आरोप में केरल की दो ननों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

ननों के साथ बुरा व्यवहार किया गया – प्रियंका गांधी

छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में केरल की दो ननों की गिरफ़्तारी पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा, “कुछ ननों के साथ बुरा व्यवहार किया गया, उन पर ऐसे आरोप लगाए गए जो उन्होंने किए ही नहीं. छत्तीसगढ़ में पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें अपने साथ ले गई. हम अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले का विरोध कर रहे हैं… हम अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ इस तरह के अत्याचारों को रोकने की माँग करते हैं. महिलाओं के साथ बदसलूकी नहीं होनी चाहिए। आप किसी पर ऐसी चीज़ों का आरोप नहीं लगा सकते जो वो नहीं कर रही हैं… हम इसके ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं कर सकते, लेकिन हम सरकार पर जितना हो सके दबाव डाल सकते हैं…”

रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे इंडी गठबंधन के सांसद

वहीं इस मामले को लेकर 29 जुलाई को INDI गठबंधन के 4 सांसद और केरल के एक MLA रायपुर पहुंचे. रायपुर से 5 सदस्यों का डेलीगेट दुर्ग जेल पहुंचे थे. इसके बाद सभी ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात थी. वहीं आज इंडी गठबंधन के सांसद नन की गिरफ्तारी के मामले में दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.

5 सदस्यों का डेलीगेट पहुंचा दुर्ग जेल

29 जुलाई को INDI गठबंधन के 4 सांसद और केरल के एक MLA रायपुर पहुंचे. रायपुर से 5 सदस्यों का डेलीगेट दुर्ग जेल पहुंचा, जहां गिरफ्तार की गई दोनों ननों को रखा गया है. दोनों ननों से मुलाकात के पहले दुर्ग जेल में भी जमकर बवाल हुआ. इसकी जानकारी मिलते ही पूर्व CM भूपेश बघेल ने दखल की, जिसके बाद मामला शांत हुआ. 

सांसदों ने की CM साय से मुलाकात

वहीं 5 सदस्यों के डेलीगेट ने कल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मंत्रालय में मुलाकात की. उन्होंने साय से राज्य में हाल ही में चर्चा में आए धर्मांतरण प्रकरण की जानकारी साझा की. इस पर सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय और समरसता में विश्वास रखने वाला प्रदेश है, जहां सभी धर्मों के लोग सौहार्द्र से रहते हैं. मुख्यमंत्री ने सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले की जांच न्यायिक प्रक्रिया के तहत हो रही है. कानून स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रहा है.

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क्या है पूरा मामला?

मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है. 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक ने छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

2 नन की गिरफ्तारी से सियासी बवाल

दुर्ग में GRP द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बवाल मच गया है. इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.

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