Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में शुक्रवार को उस समय भारी हंगामा हो गया, जब छत्तीसगढ़ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने धर्मांतरण की आशंका को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. स्टेशन परिसर में सैकड़ों की संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंचे और जय श्रीराम के नारे लगाते हुए विरोध जताया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और जीआरपी को मौके पर तैनात किया गया. जीआरपी पुलिस ने दो नान और युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना कर रही.
बजरंग दल ने आदिवासी युवतियों को रोका था
दरअसल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो नन सिस्टर, एक युवक और तीन आदिवासी युवतियों को घेरकर रोक लिया. इनका आरोप था कि युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जाया जा रहा था, जहां उनके धर्मांतरण की योजना थी. तीनों आदिवासी युवतियां नारायणपुर जिले के ग्राम ओरछा की निवासी बताई जा रही हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इन लड़कियों की उम्र कम है और इनमें से कोई भी आठवीं कक्षा से आगे की पढ़ाई नहीं की है. इसके साथ ही उनके माता-पिता को भी इस सफर की जानकारी नहीं थी. बजरंग दल ने आरोप लगाया कि जो युवक पकड़ा गया है, वह पूर्व में भी इस तरह की घटनाओं में संलिप्त रहा है और आदिवासी लड़कियों का धर्म परिवर्तन करा चुका है. प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकार से मांग की कि राज्य में धर्म परिवर्तन के खिलाफ कठोर कानून तुरंत लागू किया जाए.
GRP ने शुरू की पूछताछ
मामले की सूचना मिलते ही जीआरपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो नन, युवक और तीनों युवतियों को थाने लाकर पूछताछ शुरू कर दी. जीआरपी प्रभारी राजकुमार ने बताया कि बजरंग दल की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की गई. प्रारंभिक जांच के बाद दो नन और युवक पर धारा 143 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल पुलिस तीनों युवतियों से भी पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किस उद्देश्य से ले जाया जा रहा था. पूरा मामला गंभीर होने के कारण प्रशासन भी सतर्क हो गया है और उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है.
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