Durg village tension news: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मचांदूर गांव में ‘श्री राम झंडा’ हटाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया. स्थानीय महिला नेहा निषाद ने आरोप लगाया कि दो पुलिसकर्मी उनके घर आए और झंडा हटाने के बहाने सेना में जवान बेटे कौशल निषाद से अभद्रता की. इसके बाद BJYM अध्यक्ष राहुल टिकरिया BJP कार्यकर्ताओं और हिंदूवादी संगठन के लोगों के साथ गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
दुर्ग में ‘श्री राम झंडे’ को लेकर विवाद
दरअसल शनिवार को दुर्ग जिले के मचांदूर गांव में एक हिंदू परिवार और पुलिसकर्मियों के बीच राम के झंडे को लेकर तनाव हो गया. गांव की रहने वाली नेहा निषाद ने आरोप लगाया कि उनके घर पर लगे राम के झंडे को हटाने के लिए दो पुलिसकर्मी जबरन पहुंचे. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके बेटे कौशल निषाद, जो कि भारतीय सेना में जवान हैं, और 20 दिन की छुट्टी पर घर आए हुए हैं, के साथ अभद्र व्यवहार किया.
इस घटना के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के समर्थन में खुलकर सामने आए. विभाग संयोजक रवि निगम ने आरोप लगाया कि मचांदूर गांव में हिंदू परिवारों को लगातार निशाना बनाया जाता है. गांव में करीब 40 से 50 मुस्लिम परिवार रहते हैं, जबकि हिंदू परिवार केवल दो ही हैं। निगम ने आरोप लगाया कि नेहा निषाद के परिवार के साथ असलम खान, नवाब खान और महमूद खान ने मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. इस दौरान मौके पर मौजूद दो पुलिसकर्मी भी शराब के नशे में गाली-गलौज और मारपीट में शामिल रहे. बजरंग दल ने यह भी आरोप लगाया कि था कि गांव में गौ-तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियां चल रही हैं, साथ ही शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा और बाहरी लोगों का बसेरा बढ़ रहा है. संगठन ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
राहुल टिकरिया की अगुआई में घरों में लगाए झंडे
वहीं ‘श्री राम झंडे’ के इस विवाद के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद आज BJP युवा मोर्चा अध्यक्ष राहुल टिकरिहा गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. वहीं मचांदुर गांव के हर घर में भगवा झंडे लगाए गए.
खबर में अपडेट जारी है…
